यमुनानगर: बिलासपुर कस्बे में बुधवार सुबह खैर लाल चंदन से भरी स्कॉर्पियो में सवार तस्करों और वन विभाग की टीम के बीच टक्कर हो गई। यह टक्कर तब हुई जब वन विभाग की टीमें तस्करों का पीछा कर रही थी और खुद को घिरता देख तस्करों ने वन विभाग की गाड़ी को दो बार टक्कर मारी। गनीमत रही कि किसी का जानी नुकसान नहीं हुआ।
वन विभाग के कर्मचारी अंकित गुर्जर को सूचना मिली थी कि कोट गांव से एक सफेद स्कॉर्पियो में अवैध रूप से खैर की लकड़ी ले जाई जा रही है।
उन्होंने साथियों के साथ पीछा शुरू किया और बिलासपुर में स्कॉर्पियो को रोकने की कोशिश की। लेकिन तस्करों ने गाड़ी से वन विभाग की थार को टक्कर मार दी। वनकर्मियों ने पीछा जारी रखा, जिससे बौखलाए तस्करों ने दोबारा स्कॉर्पियो घुमाकर वन विभाग की गाड़ी में टक्कर मार दी। दोनों वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। इसके बावजूद वनकर्मियों ने हार नहीं मानी। पीछा करते-करते तस्कर आमवाला गांव के खेतों तक पहुंचे और वहीं स्कॉर्पियो को छोड़कर फरार हो गए।
भागते वक्त तस्करों ने बिलासपुर कस्बे में मांगेराम नामक रेहड़ीवाले को भी टक्कर मार दी। मांगेराम ने बताया कि स्कॉर्पियो की स्पीड काफी तेज थी। समय रहते वह पीछे नहीं हटता तो उसकी जान जा सकती थी। हादसे में रेहड़ी पलट गई और नगद ₹12,000 सहित कुल 25 रुपये का नुकसान हुआ। घटना की जानकारी मिलते ही जिला वन अधिकारी डीएफओ संदीप सैनी मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि तस्करों की पहचान हो चुकी है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। स्कॉर्पियो को कब्जे में ले ली है। और मामले की जांच जारी है।