पंचकूलाः इकनॉमिक्स विंग ने नकली आर्मी कैप्टन को गिरफ्तार किया है। इकनॉमिक्स विंग ने सेना के कैप्टन की नकली वर्दी और कई नकली मोहरे और 2 फोन बरामद किए है। फोन में कई बाहर के नंबरों से बात करने का खुलासा हुआ है। पुलिस द्वारा आरोपी से गहनता से पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि आरोपी के बाहरी क्षेत्रो से संबंध हो सकते है। मिली जानकारी के अनुसार चंडीमंदिर में नकली वर्दी में घूमते हुए गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आरोपी खुद को सेना में कैप्टन बताकर लोन दिलवाने का झांसा देता था और बाद में सारे पैसे अपने खाते में डलवा लेता था। जांच अधिकारी एएसआई नरिंदर सिंह व एसएचओ कमलजीत सिंह द्वारा मामले की जांच की जा रही है।
आरोपी को आज कोर्ट में पेश करके पुलिस रिमांड हासिल किया जाएंगा। रिमांड के दौरान आरोपी से अहम खुलासे हो सकते है। आरोपी का नाम सागर गुलरिया है, जो कि खुद को सेना में कैप्टन बताता है। लेकिन असल में वह क्लर्क के पद पर कार्यरत है। आरोपी ने सेना में कार्यरत महिला और उसके पति से 17.50 लाख रुपए की ठगी की थी। सेना में तैनात महिला अधिकारी की शिकायत पर चंडीमंदिर थाना में पुलिस ने मामला दर्ज किया था। शिकायतकर्ता मनप्रीत कौर और उनके पति सतपाल सिंह भारतीय सेना में कार्यरत हैं।
साल 2024 में सतपाल सिंह कमांड चंडीमंदिर में तैनात थे। उन्होंने मकान निर्माण के लिए लोन लेने की योजना बनाई थी। उनके पति के साथी सुरमुख सिंह ने उन्हें सागर गुलरिया से मिलवाया था। सागर खुद को सेना में कैप्टन बताता था। उसने दावा किया था। कि वह कई सैनिकों के लोन पास करवा चुका है। सागर ने मनप्रीत और उनके पति से दस्तावेज लिए। और फिर एसबीआई बैंक से 17.50 लाख रुपए का लोन पास करवा लिया। यह रकम 8 मई 2024 को उनके जॉइंट अकाउंट में जमा हुई। इसके बाद और आरोपी ने सब्सिडी दिलवाने का झांसा दिया।
फिर ओर लेकर पूरी रकम आरटीजीएस के जरिए अपने खाते में ट्रांसफर करवा ली अब हर महीने लोन की ईएमआई सतपाल सिंह की तनख्वाह से कट रही थी। रकम आरोपी के पास है। बाद में जांच में पता चला कि आरोपी सागर गुलेरिया सेना में नहीं है। वह उसे फ़ौज से भगौड़ा घोषित किया जा चुका है। उसने इसी तरह कई अन्य सैनिकों से भी लाखों रुपए की ठगी की हुई है। कुछ समय से सेना के सीनियर अधिकारी भी इस आरोपी की खोजबीन में लगे हुए थे।