पठानकोट: जिले में बाढ़ आने के बाद राज्य सरकार के साथ-साथ सामाजिक संस्थाएं भी बाढ़ प्रभावित परिवारों की मदद कर रही है। उनका कहना है कि प्रकृति की मार झेल रहे पीड़ित परिवार खुद को अकेला महसूस न करे। पहले दिन से लंगर की सेवा देकर लोगों को राहत पहुंचाने वाले गुरुद्वारा श्री बाथ साहिब की प्रबंधन समिति भी इसमें अपना योगदान दे रही है।
महिलाओं के द्वारा रोटियां बनाई जा रही हैं। साथ ही बिजली से चलने वाली मशीन से भी प्रसाद बनाया जा रहा है। इस संबंध में बात करते हुए प्रबंधक कमेटी के मैनेजर ने बताया कि एसजीपीसी के आदेश पर पहले दिन से ही बाढ़ प्रभावित इलाकों में लंगर की सेवा की जा रही है।
इसके अलावा लोगों के ठहरने की व्यवस्था भी की गई है। उन्होंने यह बताया कि जम्मू-माधोपुर में पुल टूट जाने के कारण काफी लंबा जाम लग गया था। इस जाम के चलते भारी संख्या में लोग इसमें फंस गए थे ऐसे में कमेटी ने लंगर की सेवा की थी। उन्होंने यह भी बताया कि जब भी किसी गांव से लंगर सेवा के लिए कॉल आती है तो टीमें लंगर बनाकर भेजती हैं।