ऊना/सुशील पंडित: गगरेट विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता चैतन्य शर्मा ने कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि महज वोट बैंक की राजनीति के चलते प्रदेश की सुरक्षा को दांव पर लगाया जा रहा है। उन्होंने मीडिया को जारी ब्यान में कहा कि कांग्रेस ने हमेशा अवसरवाद की राजनीति की है, जिसे देश की सुरक्षा और आम जनता की भावनाओं से कोई सरोकार नहीं रहा। चैतन्य शर्मा ने कहा कि क्षेत्र में चोरी और लूटपाट जैसी घटनाएं दिन-प्रतिदिन बढ़ रही हैं, लेकिन प्रदेश सरकार आंखें मूंदे बैठी है। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जहां एक ओर पूरे देश में पाकिस्तानियों को देश से बाहर निकाला जा रहा है, वहीं प्रदेश में कांग्रेस सरकार उन्हें सीने से लगाए बैठी है। सवाल यह उठता है कि आखिर क्यों प्रदेश सरकार ऐसे संदिग्ध लोगों को बाहर का रास्ता नहीं दिखा रही?
पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा ने पुलिस प्रशासन पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि प्रवासी मजदूरों के एक खास समुदाय के लोगों की ठीक ढंग से वेरिफिकेशन तक नहीं की जाती, जो कि स्थानीय लोगों के आपसी सौहार्द को खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ते। उन्होंने कहा कि जब कोई गंभीर घटना घट जाती है, तब पुलिस के पास हाथ मलने के सिवाय कुछ नहीं बचता, क्योंकि पुलिस इससे पहले वेरिफिकेशन करने से कतराती नजर आती है।उन्होंने अम्ब क्षेत्र में हुई प्राची हत्याकांड का हवाला देते हुए कहा कि इतनी वीभत्स घटना के बावजूद भी प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया।
हाल ही में कुछ लोगों द्वारा सार्वजनिक रूप से बजरंग दल पर निराधार आरोप लगाए गए हैं। यह बेहद निंदनीय है और स्पष्ट रूप से तुष्टिकरण की राजनीति का हिस्सा प्रतीत होता है। हम इन बेबुनियाद आरोपों की कड़ी निंदा करते हैं और आग्रह करते हैं कि जनप्रतिनिधि बिना प्रमाण के कोई भी आरोप न लगाएं। बजरंग दल एक राष्ट्रवादी और समाजसेवी संगठन है, जो वर्षों से सामाजिक व धार्मिक कार्यों में संलग्न है। इस पर झूठे आरोप लगाना न केवल संगठन की छवि को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि समाज में भ्रम और वैमनस्य फैलाता है।
साथ ही, हिमाचल प्रदेश में बाहरी क्षेत्रों से बढ़ती जनसंख्या अब एक गंभीर सुरक्षा और सांस्कृतिक चिंता बन चुकी है। हम मांग करते हैं कि सरकार प्रवेश और निवास के सत्यापन (verification) की सख्त व्यवस्था करे, ताकि राज्य की शांति, सुरक्षा और सांस्कृतिक पहचान बनी रहे।
चैतन्य शर्मा ने कहा, “जिस प्रकार केंद्र सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए कठोर एवं निर्णायक कदम उठा रही है, उसी प्रकार हिमाचल सरकार को भी प्रदेश की जनता की सुरक्षा, विश्वास और संवेदनाओं को प्राथमिकता देते हुए सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।” उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, “प्रदेश की शांति, सुरक्षा और सम्मान से किसी भी प्रकार का समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा।”
चैतन्य शर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि अब उल्टा क्षेत्र के हिंदू नेताओं को परेशान किया जा रहा है, जो सरासर अन्याय है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा यह सब कुछ बर्दाश्त नहीं करेगी और घर-घर जाकर कांग्रेस के असली चेहरे को जनता के सामने बेनकाब किया जाएगा।उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने शीघ्र प्रभावी कदम नहीं उठाए, तो भाजपा जनता के साथ मिलकर सड़कों पर उतरेगी और आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेगी।