जालंधर, ENS: पंजाब घने कोहरे की चपेट में है, जिससे दृश्यता काफी कम रही। अमृतसर में सुबह के समय दृश्यता मात्र 200 मीटर, लुधियाना में 500 मीटर और पटियाला में 900 मीटर दर्ज की गई। पंजाब के न्यूनतम तापमान में भी 0.1 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। अमृतसर का पारा सामान्य के नीचे दर्ज किया गया। सबसे कम 6 डिग्री के न्यूनतम तापमान के साथ लुधियाना व बठिंडा ठंडा रहा। वहीं जालंधर में आज न्यूनतम तापमान 7 डिग्री दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने आज 18 जिलों में घने कोहरे का यलो अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग के मुताबिक जालंधर, पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, होशियारपुर, नवांशहर, कपूरथला, मोगा, बठिंडा, लुधियाना, बरनाला, मानसा, संगरूर, फतेहगढ़ साहिब, रूपनगर, पटियाला और मोहाली जिलों में घने कोहरे की संभावना हैं। चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान 9.2 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि मोहाली में 11.8 डिग्री दर्ज किया गया, जो न्यूनतम तापमान के लिहाज से सबसे अधिक रहा। इसी तरह अमृतसर 9.5, लुधियाना 7.4, पटियाला 8.8 डिग्री और पठानकोट में 8.9 डिग्री दर्ज किया गया। 16 दिसंबर को पंजाब में 20-30 किलोमीटर की रफ्तार से सतही हवाएं भी चलेंगी। हालांकि आने वाले दो दिनों में न्यूनतम तापमान में 2 से 4 डिग्री की वृद्धि दर्ज की जा सकती है। इसके बाद न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। दूसरी ओर जालंधर का अधिकतम एक्यूआई (एयर फ्यालिटी इंलैक्स) 330 दर्ज किया गया है जोकि खतरनाक स्तर की श्रेणी में आता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय हवा में जो प्रदूषण है वह फेफड़ों में जाकर उन्हें अवरुद्ध करता है जिससे फेफड़ों की कार्य क्षमता कम होती है और स्वास्थ्य समस्याओं में वृद्धि होती है। विशेषज्ञों ने बताया है कि धुंध में सांस लेने में मुश्किल पैदा हो सकती है। इसके चलते रूमाल या मास्क लगाने और सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। इस समय मौसम का मिजाज भी बदला हुआ है। पहाड़ों की बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में देखने को मिल रहा है। वहीं, धुंध के बीच खासी और स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों वाले रोगियों की बेहद जरूरी होने पर ही बाहर निकलना चाहिए। अस्थमा, ब्रोंकाइटिस से पंडित लोगों पर इसका प्रभाव पड़ता है।