पठानकोटः राज्य में बाढ़ के बाद जैसे-जैसे गांवों से पानी नीचे उतर रहा है, लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सीमावर्ती इलाके में पानी की तबाही ने घरों में रखा सब कुछ तबाह कर दिया है और कुछ किसान अब अपने परिवार का पालन-पोषण करने के लिए हल से खेत जोतने को मजबूर हैं। इसका उदाहरण पठानकोट के सीमावर्ती इलाके नरोट जैमल सिंह में देखने को मिला, जहां एक किसान खेतों में हल जोत रहा है।
इस संबंध में किसान सुदेश कुमार ने बताया कि पानी हमारे गांव में आया और सब कुछ अपने साथ ले गया और उसके बाद मवेशियों को चारा न मिलने के कारण मवेशियों की भी मौत हो गई। पैसे की कमी के कारण वे ट्रैक्टर किराए पर नहीं ले सकते हैं, जिस कारण वे खुद हल चलाकर खेत जोत रहे हैं और अपनी जमीन पर फसल बो रहे हैं। उन्होंने बतायाक कि वह अपनी जमीन के साथ-साथ दूसरों की फसल बोकर भी अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं।