सांसद चरणजीत सिंह चन्नी पर लगाए बड़े आरोप, रशियन आर्मी से वापस लौटे सरबजीत ने बताए जंग के हालात
जालंधर: रूस और यूक्रेन जंग के दौरान रूसी आर्मी में भर्ती या लापता हुए पारिवारिक सदस्य विदेश मंत्रालय के डायरेक्टर राजेश पांडे और अन्य अधिकारियों से मिले। इस मीटिंग में मंत्रालय के अधिकारियों ने पारिवारिक सदस्यों को आश्वासन दिया कि भारत सरकार द्वारा उनकी पूरी मदद की जाएगी। लेकिन जब तक जंग चल रही है तब तक हालातो के तहत की कार्यवाही की जाएगी। पारिवारिक सदस्यों ने फर्जी ट्रैवल एजेंटों के बारे में भी जानकारी और सबूत विदेश मंत्रालय के अधिकारियों को दिए।
जालंधर के जगदीप ने बताया कि मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि वह जंग के दौरान रूसी आर्मी में भर्ती हुए या लापता हुए लोगों का पता लगवाने की कोशिश करेंगे।रूस यूक्रेन जंग में रूसी आर्मी में काम करके आए अमृतसर के सरबजीत सिंह वहां के हालातो को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए।
रशिया जाकर आए पारिवारिक सदस्यों ने भारतीय विदेश मंत्रालय के अधिकारियों को रशिया मास्को भारतीय एंबेसी किसी प्रकार की कोई सहायता नहीं मिलने को लेकर भी शिकायत की। पंजाब के जालंधर अमृतसर और मलेरकोटला के पारिवारिक सदस्यों सहित बाकी राज्यों के पारिवारिक सदस्यों ने बताया कि उनके नौजवान रशिया यूक्रेन जंग के दौरान फसे हुए है, जिनके बारे में अभी तक कुछ भी पता नहीं लग पाया है। हालांकि की मंत्रालय के अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया है कि रशिया यूक्रेन जंग में फसे भारतीयों को वापिस लाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
अमृतसर के सरबजीत सिंह ने बताया कि रूस यूक्रेन में रूसी आर्मी में भर्ती हुए थे। अप्रैल के महीने 2024 को वह रूस गए थे और उन्हें एक एजेंट द्वारा यह बात करके भेजा गया था कि वहां कोरियर का काम किया जाएगा, लेकिन उन्हें रूसी आर्मी में भर्ती करवा दिया गया। सरबजीत ने कहा कि वहां के हालातो का सामना करते हुए बड़ी मुश्किल से भारत वापिस आए है। मोदी सरकार का शुक्रिया अदा करते हैं जिनके कारण यह संभव हो पाया। वहां पर अभी तक कई लोग लापता हैं। वह सरकार के आगे अपील करते हैं कि जो लोग वहां पर लापता हुए हैं या रूसी आर्मी में भर्ती हुए हैं उन्हें जल्द से जल्द वापस लाया जाए।
जालंधर के जगदीप कुमार ने बताया कि उनका भाई मनदीप कुमार पिछले 1 साल से ज्यादा समय से रूसी आर्मी में भर्ती हुआ था और जो अब लापता है।वही मलेरकोटला के निवासी गुरमेल सिंह ने कहा कि उनका बेटा बुद्ध राम सिंह जिसे एजेंट द्वारा रशिया आर्मी में भर्ती करवाया गया था। जो पिछले डेढ़ साल से लापता है।
वही यूपी आजमगढ़ के पवन का कहना था कि उसके भाई दीपक को भी रशिया आर्मी में भर्ती करवाया गया था और एक साल से लापता है। इन सभी ने भारतीय विदेश मंत्रालय और भारत सरकार से अपील की है कि इनके अपनों को ढूंढने में उनकी मदद की जाए और जल्द ही फर्जी ट्रैवल एजेंट पर कार्रवाई की जाए। फिलहाल इस पूरी मीटिंग के बाद अधिकारियों द्वारा उन्हें आश्वासन दिया गया है और आने वाला समय ही बताएगा की अपनों को ढूंढने में सरकार उनकी कैसे मदद करेगी।
वहीं जालंधर के कस्बा गोराया के रहने वाले जगदीप कुमार ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और जालंधर से सांसद चरणजीत सिंह चन्नी को लेकर बड़े आरोप लगाते हुए कहा कि चन्नी ने 1 महीने पहले उससे मुलाकात की थी और इस मामले को संसद में उठाने का आश्वासन दिया था। लेकिन चरणजीत सिंह चन्नी ने दिए आश्वासन पर ऐसा कुछ भी नहीं किया और जब वह रशिया से वापस आए हैं। तो चन्नी द्वारा उनसे मिलने के लिए बहाने लगाए गए है।
जगदीप कुमार ने कहा कि चरणजीत सिंह चन्नी को जालंधर के लोगों ने सांसद बनाया है।लेकिन वह जालंधर की बजाय खरड़ में रहते हैं, अगर खरड़ में ही रहना था, तो जालंधर से चुनाव लड़ने की जरूरत ही नहीं थी। सांसद होकर भी चन्नी लोगों के मसले हल करने मे विफल साबित हो रहे है। जगदीप ने लोगों से अपील की है कि अपनी वोट सही उम्मीदवार को डालना चाहिए, जो लोगों के काम आए।