घायल अवस्था में परिवार सड़कों पर बने पुल के नीचे रहने को मजबूर
मोगाः जिल में एक गरीब परिवार से बुरी तरह मारपीट कर उन्हें गांव से बाहर निकालने का मामला सामने आया है। अब पूरा परिवार धर धर की ठोकरे खाने और पुल के नीचे राते गुजारने को मजबूर है। पीड़ित परिवार ने पुलिस पर भी उनकी सुनवाई न करने के आरोप लगाए हैं। पीड़ितों ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है।
जानकारी मुताबिक, जिला की तहसील बाघापुराना के गांव घलकलां, पती मेहर, में 21 जुलाई को रात लगभग 8:00 बजे, जसवीर कौर पत्नी तरसेम सिंह अपने बेटे के साथ मेहनत-मजदूरी करके घर लौटे, तो सुखचैन सिंह पुत्र हरजिंदर सिंह, कुलदीप कौर पत्नी निंदर सिंह और कुलदीप कौर पत्नी मंदर सिंह, निवासी घलकलां ने उनके पूरे परिवार पर हमला कर दिया। आरोपियों ने पहले जसवीर कौर के पति तरसेम सिंह, बेटे सिमर नाथ से मारपीट की। मारपीट करने दौरान आरोपी पूछ रहे थे कि तुम लोग गांव में क्यों आए हो। फिर बाद में जसवीर के बाल पकड़कर बुरी तरह पीटा और उनके घर को ताला लगाकर बैटरी वाली स्कूटी छीनकर जबरन उन्हें गांव से निकाल दिया। गंभीर रूप से घायल अवस्था में परिवार सरकारी अस्पताल मोगा में भर्ती हुआ, जहां डॉक्टरों ने महिला की पसलियों, दाहिने हाथ में फ्रैक्चर की पुष्टि की है।
पीड़ित जसवीर कौर ने बताया कि सारा विवाद उनके बड़े बेटे और गांव की ही लड़की द्वारा कोर्ट मैरिज करवाने से शुरू हुआ है। वो दोनों गांव छोड़कर चले गए है, लेकिन आरोपियों ने हमारे पूरे परिवार के साथ मारपीट की और उसे जबरदस्ती बालों से पकड़कर जमीन पर घसीटा गया। पीड़ित ने कहा कि उनका कोई कसूर नहीं है और उन्हें नहीं पता कि उनका बेटा कहां है। लड़का लड़की दोनों बालिग हैं और उन्होंने अपनी मर्जी से कोर्ट मैरिज करवाई है। उन्होंने बताया कि सुखचैन सिंह की पत्नी गांव की सरपंच है, जिसके चलते हमारी कहीं भी कोई सुनवाई नहीं हो रही।
सुखचैन सिंह लगातार हमें धमकाता है कि अगर हम गांव में लौटे तो हमें जान से मार दिया जाएगा। इस समय हमारे पास रहने के लिए कोई घर नहीं है और पीड़िता अपने पति और बेटे के साथ सड़कों पर बने पुलों के नीचे रात गुजारने को मजबूर हैं। पुलिस थाने में और एसएसपी ऑफिस में भी इसकी शिकायत दर्ज करवाई गई है कि हमारी जान और माल दोनों का खतरा है और हमें सुरक्षा प्रधान की जाए, परन्तु पुलिस प्रशासन की ओर से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
सरपंच पति ने जानकारी देते बताया कि उन्होंने बहुत पहले ही गांव में एक मता पास किया था कि गांव का कोई भी लड़का या लड़की गांव में एक दूसरे से शादी नहीं करवा सकता जिसको सभी ने सहमति से माना था, लेकिन अब जसवीर कौर के बेटे ने गांव की ही लड़की के साथ भाग कर शादी करवा ली और जसवीर कौर ने भी इस काम में अपने बेटे का साथ दिया जिसके चलते उन्हें गांव से निकाला गया है।