ऊना/सुशील पंडित: एचपीयू (हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय) ने प्रथम वर्ष के रिजल्ट क्या घोषित किए पूरे राज्य में बवाल खड़ा हो गया। लगभग 80 प्रतिशत छात्रों के फेल होने से छात्रों में भारी रोष है। अखल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने जिला ऊना के अलग अलग कालेजों में एचपीयू के ख़िलाफ़ जमकर नारेबाज़ी की। परिषद के कार्यकर्ताओं का कहना था कि छात्रों को इतने बड़े स्तर पर फेल करने में विश्वविद्यालय प्रबंधन से भारी चूक हुई है। एचपीयू की ऑन स्क्रीन मूल्यांकन प्रकिया के चलते हजारों छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ गया है। परिषद के कार्यकर्ताओं ने बताया कि 21 नवंबर को जो रिज़ल्ट आया था उसमें जो विद्यार्थी पास हुए थे उन्हें भी अब फेल कर दिया गया है।
कई मेधावी छात्र तो तनावग्रस्त हो चुके हैं। यह पहली बार नहीं है। इससे पहले भी एचपीयू की कार्यप्रणाली विवादों के घेरे में रही है। प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना था कि यह बात समझ से परे है कि बीएससी में केवल 20% और बीकॉम के मात्र 33% छात्र ही परीक्षा उत्तीर्ण कर पाए हैं। एचपीयू को तुरंत जांच करके इस रहस्य से पर्दा उठाना होगा ताकि छात्रों के भविष्य के साथ कोई खिलवाड़ न होने पाए। अगर यूनिवर्सिटी ने समाधान न निकाला तो हजारों छात्रों का एक साल बरबाद हो जाएगा। छात्रों पर आए इस संकट में विद्यार्थी परिषद उनके साथ खड़ी है और न्याय मिलने तक इस मुद्दे पर गंभीरता से कार्य करती रहेगी।