शिमला : कुत्ते को इंसान का सबसे वफादार जानवार माना जाता है। समय-समय पर कुछ ऐसी घटनाएं देखने-सुनने को मिलती हैं, जिनसे कुत्ते की वफादारी के बारे पता चलता है। कांगड़ा में पालतू जर्मन शेफर्ड कुत्ते की वफादारी के कारण पुलिस लापता ट्रैकर्स युवक-युवती का पता लगाने में सफल रही। जंगल में कुत्ते के जोर-जोर से भौंकने की आवाज सुनकर रेस्क्यू टीम शवों तक पहुंची। टीम जब शवों के पास पहुंची तो कुत्ता उन्हें पास नहीं आने दे रहा था। मुश्किल से कुत्ते को दूर किया और शवों को कब्जे में लिया।
बताया जा रहा है कि 2 दिन तक यह पालतू कुत्ता बिना कुछ खाए-पीए मालिक के शव के पास बैठा रहा और सुनसान जंगल में रखवाली करता रहा। दरअसल कांगड़ा जिले के बीड़ में पठानकोट का युवक और महाराष्ट्र की युवती बीते रविवार को ट्रैकिंग पर निकले थे। 2 दिन बाद मंगलवार को दोनों के शव बरामद किए गए। युवती का शव गुरुवार को उसके परिजनों को सौंपा। जबकि पठानकोट के युवक की डेड बॉडी बुधवार को ही परिजनों को दे दी गई। मृतकों की पहचान अभिनंदन गुप्ता (30) निवासी शिवनगर पठानकोट और प्रणिता बाला साहेब निवासी पुणे महाराष्ट्र के तौर पर हुई है। पुलिस के अनुसार अभिनंदन के भाई ने कांगड़ा पुलिस को उसके लापता होने की शिकायत दी। इसके बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया और कुत्ते की मदद से शवों का पता लगा। पुलिस के अनुसार अभिनंदन गुप्ता ट्रैकिंग और पैराग्लाइडिंग का शौकीन था। वह 4 साल से बीड़ में किराए के कमरे में रह रहा था। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि दोनों के साथ दो अन्य युवक-युवती भी ट्रैकिंग पर गए थे। लेकिन वे रास्ते में मौसम खराब होने के बाद वापस लौट आए। अभिनंदन को ट्रैक का पता था, इसलिए वह अपनी दोस्त प्रणिता के साथ आगे चला गया। इस दौरान उनके साथ हादसा हुआ।
Disclaimer: All news on Encounter India are computer generated and provided by third party sources, so read carefully and Encounter India will not be responsible for any issue.