अपनी अच्छाईयों से समाज के हर वर्ग में सर्वप्रिय थे: स्व. रमेश कुमार अग्रवाल
जालंधर (ENS) : कर्म, सेवा तथा मेहनत से अपने नाम को न केवल स्थापित करने वाले अपितु अपने कार्यो से शहर ही नहीं अपितु देश भर में सफलता का परचम फहराने वाले अग्रवाल परिवार का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है। आज अगर समाज में अग्रवाल परिवार का नाम है तो वह अग्रवाल परिवार की फुलकारी के सबसे बड़े फूल स्व. रमेश कुमार अग्रवाल (पप्पू) की ही देन है। कुछ कर्मयोगी शख्शीयतें जहां, जिस हालत में भी हों अपनी मेहनत, सूझबूझ एवं ईमानदारी के बलबूते न केवल अपने को स्थापित कर लेते हैं अपितु दूसरों के लिए भी प्रेरणा स्त्रोत बन कर उनके भी जीवन को संवारने में सहायक बनते हैं। ऐसे ही एक अद्वितीय व्यक्तित्व का नाम है कर्मयोगी तथा दानवीर स्व. रमेश कुमार अग्रवाल ।
पत्नी संतोष अग्रवाल, बेटे ऋषभ अग्रवाल और तुषार अग्रवाल, बेटी रितिका अग्रवाल के चाचा एनकाऊंटर न्यूजपेपर के एम.डी कमल अग्रवाल एंव प्रसिद्ध उद्योपति व समाज सेवक चंदर अग्रवाल, दविंदर अग्रवाल, यशपाल अग्रवाल (बिट्टा), दीपक अग्रवाल, राजेश अग्रवाल के भाई स्व. रमेश कुमार अग्रवाल (पप्पू) बेहद मिलनसार स्वभाव के मालिक तथा परिश्रम व सेवा, समर्पण की मिसाल थे। उन्होंने पारिवारिक मर्यादाओं, अच्छे संस्कारों को आगे बढ़ाया तथा दैनिकचर्या में सेवा कार्यो से समाज में अच्छी-खासी पहचान बनाई। नम्र स्वभाव, व्यवहार कुशल, मीठा बोलना एवं धार्मिक मर्यादाओं का पालन करना उनके स्वभाव में शामिल था। वे अपनी अच्छाईयों से समाज के हर वर्ग में सर्वप्रिय थे। स्व. रमेश कुमार अग्रवाल (पप्पू) ने पारिवारिक सदस्यों को मर्यादाओं, अच्छे संस्कारों से आगे बढ़ाया तथा दैनिकचर्या में सेवा कार्यो से समाज में अच्छी-खासी पहचान बनाई।
उन्होंने समाज में ऐसे कार्य किए जिनकी सुगन्धी उनके संसार से गमन के बाद भी समाज को उनका स्मरण दिला रही है। ऐसे लोग जीवन में कहीं भी चले जाएं अपने को न केवल स्थापित कर लेते हैं अपितु दूसरों के लिए भी प्रेरणास्त्रोत बन जाते हैं। ऐसे लोगों के लिए ही किसी ने कहा है कि-वोह जहां भी जाएगा, रौशनी फैलाएगा, दीपक का अपना कोई मकां नहीं होता। वे थोड़े समय में ही लोगों में सर्वप्रिय व उनके मार्गदर्शक बन गए। इस अग्रवाल परिवार ने दृढ़ विश्वास व ईमानदीरी से अपने व्यापार को बुलंदियों पर पहुंचाया। कर्म को पूजा समझने वाले ऐसे दानवीर, समाज सुधारक एवं अपने कार्यो से जीवन को सार्थक कर गए पुण्य आत्मा को हम नमन करते है। स्व. रमेश कुमार अग्रवाल (पप्पू) की आत्मिक शांति के लिए रखे गए श्री गरुड़ पुराण जी के पाठ का भोग एवं रस्म किरया 28 अक्तूबर को दोपहर 2 से 3 बजे तक श्री देवी तालाब मंदिर परिसर स्थित श्रीराम हाल में होगी।