जम्मूः पहलगाम आतंकी हमले के 15 दिन बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान और गुलाम जम्मू-कश्मीर के पोक में एयर स्ट्राइक की। भारत द्वारा किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान में हालात तेजी से बिगड़ते जा रहे हैं। भारत की सैन्य कार्रवाई के जवाब में पाकिस्तान के सबसे बड़े और संवेदनशील प्रांत पंजाब में आपातकाल लागू कर दिया गया। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पंजाब प्रांत की सरकार ने सुरक्षा कारणों से यह फैसला लिया है। सभी प्रमुख शहरों में सेना और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं और सार्वजनिक सभाओं पर रोक लगा दी गई है।
सूत्रों के अनुसार, बहावलपुर और सियालकोट जैसे सीमावर्ती जिलों में हाई अलर्ट जारी है। बहावलपुर वह इलाका है जहां भारतीय सेना ने जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को निशाना बनाया था। पाकिस्तानी प्रशासन को डर है कि भारत और आगे कोई सैन्य कदम उठा सकता है। पंजाब पुलिस और आईएसआई की विशेष टीमें संभावित आतंकी ठिकानों की पहचान में लगी हुई हैं। साथ ही, सोशल मीडिया मॉनिटरिंग भी तेज कर दी गई है ताकि अफवाहें और घबराहट फैलने से रोकी जा सके। पाकिस्तानी सेना की ओर से अब तक कोई ठोस जवाबी कार्रवाई नहीं की गई है, लेकिन सरकार के अंदरूनी हलकों में जवाब देने के विकल्पों पर गंभीर चर्चा हो रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान की इस आपातकाल घोषणा से उसकी आंतरिक अस्थिरता और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दबाव और बढ़ सकता है। दरअसल, भारत की ओर से किए गए हमले में सेना ने पीओके और पाक में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को धवस्त कर दिया। ये क्षेत्र लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ हैं। भारतीय सेना के एक्शन के बाद पाकिस्तान सहम गया है। पाकिस्तान ने लड़ाई शुरू होने से पहले ही सीजफायर का एलान कर दिया। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक टीवी चैनल से कहा कि अगर भारत और कोई कार्रवाई नहीं करता है तो हम भी कुछ नहीं करेंगे।