ED ने पूर्व CM को भेजा समन, 31 मई को पेश होने को कहा

ED ने पूर्व CM को भेजा समन, 31 मई को पेश होने को कहा

ED ने पूर्व CM को भेजा समन, 31 मई को पेश होने को कहा

श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला को प्रवर्तन निदेशालय ने नोटिस जारी किया है. एएनआई ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि ईडी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला को 31 मई को दिल्ली में अपने मुख्यालय में पेश होने के लिए समन जारी किया है. बता दें कि 2020 में ईडी ने फारूक अब्दुल्ला की 11.86 करोड़ रुपये की संपत्ति मनी लॉन्ड्रिंग केस में जब्त कर ली थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये कार्रवाई तब हुई जब जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के आर्थिक मामलों में गड़बड़ी पाई गई. इस मामले में फारूक अब्दुल्ला से ईडी ने कई बार पूछताछ की थी.

हाल ही में लगातार कश्मीर में आम लोगों पर हो रहे हमले को लेकर फारूक अब्दुल्ला ने बयान दिया था. नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बीते शनिवार को कहा कि कश्मीरी पंडितों पर होने वाला हर हमला ‘कश्मीर की आत्मा’ पर सीधा हमला है. उन्होंने कहा था कि हत्या की घटनाओं में बढ़ोतरी घाटी में सामान्य स्थिति होने संबंधी सरकार के दावों के विपरीत है. पार्टी के एक प्रवक्ता के अनुसार श्रीनगर से सांसद अब्दुल्ला ने पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष अमित कौल के नेतृत्व में कश्मीरी पंडितों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत के दौरान उक्त बातें कहीं.

अब्दुल्ला ने कहा, ‘हमारे पंडित भाइयों पर हर हमला कश्मीर की आत्मा पर सीधा हमला है. मैं ऐसा समय देखना चाहता हूं, जब कश्मीरी मुसलमान और कश्मीरी पंडित दोनों साथ-साथ रहें. हालांकि, मौजूदा सरकार केवल दिखावे तक ही सीमित है. उनकी सुरक्षित और स्थायी वापसी के लिए एक सक्षम वातावरण बनाने के वास्ते जमीनी स्तर पर कोई प्रयास नहीं किए जा रहे.’

वहीं इस वर्ष फरवरी माह में जम्मू-कश्मीरके चार पूर्व मुख्यमंत्रियों को मिली सुरक्षा एक बार फिर घटा दी गई थी. अधिकारियों ने बताया था कि केंद्रशासित प्रदेश के प्रशासन ने श्रीनगर जिले के भीतर आवाजाही के दौरान अब पूर्व मुख्यमंत्रियों को मिली जैमर और एंबुलेंस की सुविधा को हटाने का निर्णय लिया है. इसके पहले फारूक अब्दुल्ला, गुलाम नबी आजाद, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को मिले विशेष सुरक्षा समूह (एसएसजी) के सुरक्षा कवच को वापस ले लिया गया था.