चंडीगढ़ः फर्जी तरीके से चल रही इमिग्रेशन कंपनियों के खिलाफ ईडी ने एक्शन लेते हुए रेड की। ईडी की रेड के दौरान सेक्टर-22सी में कंपनी के ऑफिस में कुछ फर्जी दस्तावेज अधिकारियों को मिले हैं। बताया जा रहा है कि इन दस्तावेजों के जरिए युवाओं को विदेश भेजने की तैयारी की जा रही थी। कहा जा रहा है कि स्टूडेंट वीजा पर अमेरिका भेजकर धोखाधड़ी करने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने देर रात सेक्टर-22सी, सेक्टर-34ए और सेक्टर-44सी स्थित रेड लीफ, इंफोविज सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन सहित अन्य इमिग्रेशन कंपनियों में रेड की।
ईडी को जांच में पता चला है कि ये कंपनियां विदेशों में सेल कंपनियां बनाकर पेमेंट गेटवे के जरिए विदेशी नागरिकों से पैसा वसूलती थी। उसके बाद यह रकम भारत में या तो बैंकों के जरिए या हवाला नेटवर्क के माध्यम से पहुंचाई जाती थी। ईडी ने छापे के दौरान एक नामी कंपनी को बेनकाब किया है।
यह कंपनी अमेरिका में सेल कंपनी चला रही थी और अन्य कंपनियों के नाम पर लोगों को फर्जी टेक्निकल सपोर्ट देने का दावा कर रही थी। जांच में खुलासा हुआ है कि FSAL टेक्नोलॉजी की वेबसाइट उसी सर्वर पर होस्ट की गई थी। जिस पर “geeksworldwidesolutions.com” नामक एक फर्जी वेबसाइट भी चल रही थी। यह वेबसाइट अमेरिका की मशहूर टेक कंपनी गीक स्क्वाड की नकल थी और इसका इस्तेमाल करके विदेशी नागरिकों से ठगी की जा रही थी।