महेंद्रगढ़ः कांग्रेस नेता राव दान सिंह के भाई राव रामकुमार के घर पर आज सुबह ईडी के छापों की सूचना मिली है। राव रामकुमार कॉपरेटिव सोसाइटी के पूर्व चेयरमैन रहे हैं। बताया जा रहा है कि प्रवर्तन निदेशालय ने 1392 करोड़ रुपए के बैंक घोटाला मामले में 5 शहरों की 15 लोकेशन पर छापेमारी शुरू की है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) की गुड़गांव टीम पीएमएलए के तहत महेंद्रगढ़ से विधायक राव दान सिंह, मेसर्स एलाइड स्ट्रिप्स लिमिटेड (एएसएल) के अक्षत सिंह और प्रमोटर मोहिंदर अग्रवाल और गौरव अग्रवाल के दिल्ली, गुड़गांव, महेंद्रगढ़, बहादुरगढ़ और जमशेदपुर सहित कुल 15 स्थानों पर आवास और व्यावसायिक परिसरों में तलाशी ले रही है।
यह तलाशी मेसर्स एलाइड स्ट्रिप्स लिमिटेड द्वारा 1392 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी मामले से संबंधित है। बताया जा रहा है कि राव दान सिंह के बेटे के विरुद्ध 11 हजार करोड़ रुपये का गुरुग्राम में मामला दर्ज है। 24 जुलाई को इस मामले में गुरुग्राम कोर्ट में अगली सुनवाई होनी है। इस घोटाले से जुड़े हो सकते हैं जांच के तार। स्थानीय मीडिया को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। साल 2022 में कंपनी के खिलाफ दर्ज सीबीआई एफआईआर के आधार पर जांच शुरू हुई। इसमें पाया गया कि विधायक राव दान सिंह का परिवार और उनकी कंपनियों ने मेसर्स एलाइड स्ट्रिप्स लिमिटेड से भारी मात्रा में लोन लिया और कभी वापस नहीं किया, तलाशी जारी है।
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा ये छापेमारी महेंद्रगढ़ के विधायक रावदान सिंह और उनके परिवार व अन्य के खिलाफ की जा रही है। दरअसल, विधायक रावदान के परिवार से जुड़ी कंपनी मेसर्स अलाइड स्ट्रिप्स लिमिटेड के जरिये 1392 करोड़ रुपये का लोन लिया गया, जिसे वापस नहीं लौटाया गया। सीबीआई ने इस मामले में कंपनी और उसके प्रमोटर्स मोहिंदर अग्रवाल और गौरव अग्रवाल समेत अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया था। बाद में ED ने इस मामले में अलग से PMLA के तहत FIR दर्ज कर जांच शुरू की थी।
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