आजकल फास्ट फूड का चलन बहुत तेजी से बढ़ रहा है। खासकर मोमोज की स्टॉल पर उठती गर्म भाप और तीखी चटनी की खुशबू हर किसी को अपनी ओर खींच ही लेती है। यह सस्ता, स्वादिष्ट और आसानी से मिलने वाला स्नैक अब लगभग हर शहर में पसंद किया जाने लगा है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि रोजाना मोमोज खाने की आदत आपकी सेहत पर कई तरह के बुरे असर डाल सकती है? आइए इसे विस्तार से जानते हैं…
- पाचन पर बुरा असर
मैदा से बनी लेयर
मोमोज की बाहरी परत मैदा से बनती है। मैदा में फाइबर बहुत कम होता है। फाइबर की कमी से कब्ज, गैस, पेट फूलना, खाना ठीक से न पचना जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
कम पोषक तत्व
मोमोज में ज़्यादातर सिर्फ कार्बोहाइड्रेट होता है। इसमें विटामिन, मिनरल्स, प्रोटीन जैसे जरूरी पोषक तत्व लगभग नहीं होते। यानी रोज़ाना मोमोज खाने का मतलब है-कैलोरी तो ज्यादा मिल रही है, लेकिन शरीर को सही पोषण नहीं मिल रहा।
- चटनी में अनहेल्दी फैट्स
मोमोज के साथ मिलने वाली लाल चटनी आमतौर पर बहुत नमकीन और तीखी होती है। इसमें अनहेल्दी फैट्स भी होते हैं। इससे हो सकता है शरीर में पानी रुकना, पाचन तंत्र पर दबाव, ब्लड प्रेशर बढ़ना यानी मोमोज जितने नुकसानदायक हैं, उनकी चटनी भी उतनी ही खतरनाक हो सकती है।
- वजन बढ़ने का खतरा
मोमोज “खाली कैलोरी” देते हैं—यानी ऐसी कैलोरी जो पोषण नहीं देती। अगर आप रोज़ मोमोज खाते हैं, तो धीरे-धीरे वजन बढ़ना पेट और कमर पर फैट जमा होना जैसी समस्याएं शुरू हो सकती हैं।