जालंधर, (अनिल वर्मा): नगर निगम से बड़ी खबर सामने आ रही है जहां विजीलैंस विभाग ने दबिश देकर एटीपी सुखदेव वशिष्ट को गिरफ्तार किया है। एटीपी सुखदेव वशिष्ट से विजीलैंस कई अवैध बिल्डिंगों का रिकार्ड मांग रही थी जिसे टीम को सौंपा नहीं जा रहा था। जिसमें नगर निगम को बड़े स्तर पर राजस्व का चूना लगाकर बिल्डरों को कथित फायदा पहुंचाया गया था। इस मामले में जुड़े एक अन्य अधिकारी से भी टीम पूछताछ कर रही है फिलहाल विजीलैंस की ओर से मीडिया को कोई जानकारी नहीं दी जा रही। मगर अपुष्ट सूत्रों ने यह दावा किया है कि विजीलैंस की टीम के पास कुछ रिकार्डिंग तथा दस्तावेज हैं जिसमें एक नेता के पीए के बीच बातचीत हो रही थी।
वहीं इस मामले में सियासी गलियारों में भी हलचल तेज हो गई है। विजीलैंस द्वारा जिस एटीपी को राउंडअप किया गया है उसकी तैनाती सैंट्रल हल्के में थी जहां कई विवादित इमारतों को सिफारशी तौर पर बक्शा गया ।मगर कई केसों में डिच भी चलाई गई। लेकिन बाद में उक्त एटीपी का तबादला पठानकोट कर दिया गया था जिसे एक प्रभावशाली नेता ने अपनी पहुंच के बूते दोबारा जालन्धर तैनात करवाया और वैस्ट हल्के की कमान दिलवाई।
विजीलैंस की इस कारवाई के बाद जालन्धर वैस्ट तथा सैंट्रल में कई नेताओं की दिल की धड़कने तेज हो गई है कि कहीं सरकार कोई बड़ा कदम न उठा ले। सियासी गलियारों में यह हलचल भी तेजी से फैल रही है कि जालन्धर के एक विवादित नेता की बेनामी संप्तियों का ब्यौरा भी तैयार किया गया है जिसे अपनी पहुंच के बूते गैर-कानूनी तरीके से जुटाया गया।