पठानकोट: पंजाब में इस बार मानसून ने रिकॉर्ड तोड़ तबाही मचाई है । भारत-पाक सरहद से लेकर शहर और पहाड़ी इलाके तक हर ओर बरसात ने अपना कहर भरपाया है। जिले में लैंड स्लाइडिंग और पानी आने के कारण गांव का आपसी संपर्क भी टूट गया हैयदि बात जम्मू-कश्मीर को पूरे देश के साथ जोड़ने वाले एकमात्र चक्की दरिया पर बने हुए पुल की करें तो वह भी खतरे में नजर आ रहा है। कुछ दिन पहले भी चक्की दरिया में ज्यादा पानी आने के कारण पुल के नीचे से प्रोटेक्शन बाल बह गई थी।
वहीं आज फिर से चक्की दरिया में बहुत ज्यादा पानी आने के कारण इसके किनारों से मिट्टी खिसकती नजर आ रही है। जिस कारण रेलवे विभाग के उच्च अधिकारी भी इस पुल का निरीक्षण कर रहे हैं। वहीं पुल के ऊपर से जो भी ट्रेनें गुजर रही हैं उनकी स्पीड भी विभाग द्वारा कम कर दी गई है। इसके अलावा रेलवे कर्मचारी भी लगातार स्थिति पर पैनी नजर बनाए हुए हैं।
स्थानीय लोगों ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से कन्याकुमारी को जोड़ने वाला एकमात्र चक्की का दरिया पर बना रेलवे पुल इसका अस्तित्व खतरे में है। पुल के नीचे से लगातार मिट्टी का खिसकना किसी बड़ी आपदा को न्यौता दे रहा है। यदि प्रशासन ने इस ओर समय रहते ध्यान नहीं दिया तो कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है। सिक्योरिटी ऑफिसर ने कहा कि रेलवे पुल के नीचे चक्की दरिया में ज्यादा पानी आने के कारण जहां इसके ऊपर से लोगों का आना-जाना ही बंद कर दिया गया है। ट्रेन भी अहिस्ता से गुजरा रही है। रेलवे अधिकारी भी इस पर नजर बनाए हुए हैं।