नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने बयानों के चलते सुर्खियों में बने रहते हैं। अब हाल ही में उन्होंने चीन को अमेरिका से न टकराने की चेतावनी दे डाली है। उनका कहना है कि वॉशिंगटन के पास ऐसे कई कार्ड हैं जो कि यदि वह इस्तेमाल करना चाहते हैं तो दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को नष्ट कर सकते हैं। सोमवार को ओवल ऑफिस में राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रेस से कहा है कि चीन के साथ व्यापार विवाद में अमेरिका की स्थिति ज्यादा मजबूत है। ट्रंप का कहना है कि चीन के पास कुछ कार्ड तो है परंतु उनके पास अविश्वसनीय कार्ड है। उन्होंने यह भी कहा कि वो बीजिंग का दौरा कर सकते हैं।
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Donald Trump Claims U.S. Holds ‘Incredible Cards’ That May Destroy China, Floats 200% Tariffs on…
चीन को कर दूंगा बर्बाद
ट्रंप ने इस बात पर भी जोर दिया है कि अमेरिका चीन के साथ कामकाज के लिए संबंध बनाए रखेगा। ट्रंप का कहना है कि – ‘चीन के साथ हमारे रिश्ते बेहतरीन होंगे। उनके पास कुछ कार्ड है पर हमारे पास अविश्वसनीय कार्ड है लेकिन मैं ये कार्ड नहीं खेलना चाहता। यदि मैं यह कार्ड खेलता हूं तो इससे चीन ही बर्बाद हो जाएगा मैं ये कार्ड नहीं खेलूंगा’।
अमेरिकी राष्ट्रपति का कहना है कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ भी उन्होंने बात की है और वह बीजिंग जाने पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि किसी समय शायद इसी साल या इसके तुरंत बाद वो चीन जाएंगेे। उन्होंने कहा कि शी जिनपिंग ने उन्हें आने का निमंत्रण दिया है। गौरतलब है कि ट्रंप की चीन को लेकर ताजा टिप्पणी वॉशिंगटन के बीजिंग के साथ व्यापार युद्धविराम को 90 दिनों के लिए बढ़ाने के बाद आई है।
चीन को ट्रंप ने दे डाली नई धमकी
अमेरिका और चीन 12 अगस्त को व्यापार युद्धविराम को बढ़ाने पर सहमत हो गए थे। इसका उद्देश्य वार्ताकारों को आम सहमति के लिए समय देना है। पिछले एक साल में टैरिफ की लड़ाई तेज हो चुकी है। ट्रंप की ओर से कई बार चीनी वस्तुओं पर शुल्क बढ़ा दिया गया है। अप्रैल में यह सबसे ज्यादा 145% पहुंच चुका था। वर्तमान में ज्यादातर चीनी आयात 30% टैरिफ के अंतर्गत है।
चीन पर लगेगा 200% टैरिफ
इसी बीच में ट्रंप ने चीन की रेयर अर्थ पॉलिसी को लेकर बीजिंग को धमकी दे डाली है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, ट्रंप ने चेतावनी दी है कि यदि बीजिंग अमेरिका को चुंबक की आपूर्ति जारी नहीं रखेगा तो हमें उन पर 200% या फिर कुछ ऐसा ही टैरिफ लगाना पड़ेगा। चीन ने अमेरिकी टैरिफ के जवाब में अप्रैल में रेयर अर्थ एलिमेंट्स पर निर्यात प्रतिबंध भी कड़े कर दिए थे।
अमेरिका के वित्त मंत्री स्कॉट बेेसेंट ने हाल ही में प्रतिबंधित देशों के साथ चीन के तेल व्यापार को एक बड़ा मुद्दा बताया है। स्वीडन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने बीजिंग के ईरान और रुस से तेल खरीदने को एक प्रमुख विवाद भी बताया था। बेसेंट ने बीजिंग पर निर्यात पर निर्भरता को कम करने और वैश्विक व्यापार को मजबूत आयात के तौर पर खुद खोलने का दबाव डाल दिया है। इसके अलावा अमेरिका ने यह साफ किया है कि वह दुनिया के प्रमुख विनिर्माण केंद्र के तौर पर चीन की भूमिका को कम करना चाहेंगे।