नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आए दिन किसी न किसी कारण सुर्खियों में बने रहते हैं। शनिवार को वॉल स्ट्रीट जर्नल रुपर्ट मर्डोक और पत्रकारों के खिलाफ उन्होंने मानहानि का मुकदमा दायर कर दिया है। मियामी के संघीय न्यायालय में दायर मुकदमें में 10 अरब डॉलर की उन्होंने मांग की है। ट्रंप का कहना है कि इन लोगों ने उनकी मानहानि की ओर प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया। वाल स्ट्रीट जर्नल ने एक खबर प्रकाशित की थी इसमें यौन अपराधी जेफ्री एपस्ट्रीन के संकलित 2003 की जन्मतिथि के एल्बम में ट्रंप के द्वारा भेजे गए पत्र का वर्णन किया गया था। इसमें उन्होंने कहा है कि पत्र पर एक नग्न महिला का चित्र था। इसके कमर के नीचे ट्रंप के हस्ताक्षर थे।
नोट में लिखा था कि – ‘जन्मदिन मुबारक हो और हर एक दिन एक अद्भूत रहस्य लेकर आए। यौन अपराधी एपस्टीन ने 2019 में न्यूयॉर्क की जेल में आत्महत्या कर ली थी’। शिकायत में यह दावा भी किया गया है कि इस समाचार के समय को देखते हुए ट्रंप को होने वाला वित्तीय और प्रतिष्ठागत नुकसान बढ़ता ही रहेगा। मुकदमे में जर्नल की मूल कंपनी न्यूज कार्प न्यूज कार्प के संस्थापक और पूर्व अध्यक्ष मर्डोक, सीईओ राबर्ट थमसन, जर्नल के प्रकाशक डाव जोन्स और जर्नल के दो पत्रकारों को प्रतिवादी बनाया गया है। आपको बता दें कि जर्नल ने गुरुवार को एक समाचार प्रकाशित किया था।
इस समाचार का शीर्षक था – ‘जेफ्री एपस्टीन के दोस्तों ने उन्हें उनकी 50वीं जन्मतिथि के एल्बम के लिए अश्लील पत्र भेजे’। उनमें से एक डोनाल्ड ट्रंप का था। समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक, ट्रंप के समर्थकों के दबाव में प्रशासन ने शुक्रवार को एक संघीय अदालत से जेफ्री एपस्टीन मामले से जुड़े हुए गोपनीय दस्तावेजों की जानकारी उजागर करने के लिए अनुरोध किया हालांकि आपको बता दें कि यदि ये रिकॉर्ड सार्वजनिक हो जाते हैं तो भी यह निश्चित नहीं है कि वे उन आलोचकों को संतुष्ट कर पाएंगे।
इस बीच प्रशासन षड्यंत्र के सिद्धांतों को हवा देने और डीप स्टेट के सरकारी रहस्यों को उजागर करने का वादा करने के बाद अपने पास मौजूद अन्य रिकॉर्ड जारी करने से इंकार को लेकर सवालों के साथ घिरा हुआ है। ट्रंप ने कहा कि – मैं तस्वीर नहीं बनाता उधर उनके कई स्कैच नीलाम में बिके। ट्रंप ने गुरुवार रात को द वाल स्ट्रीट जर्नल की उस रिपोर्ट का जोरदार खंडन किया जिसमें यह कहा गया था कि उन्होंने 2003 में एपस्टीन को एक अश्लील संकेत देने वाले चित्र के साथ जन्मदिन की शुभकामनाएं भेजी थी।
उन्होंने ट्रुथ सोशल मीडिया पर लिखा कि – ‘मैं चित्र नहीं बनाता’ लेकिन राष्ट्रपति के अतीत से यह साफ पता चलता है कि सालों तक ट्रंप एक हाई प्रोफाइल डूडलर रहे हैं। 2000 में उन्होंने न्यूयॉर्क में चैरिटीज को नियमित तौर पर चित्र दान किए हैं। इन चित्रों में से कई मोटे काले मार्कर से भी बनाए गए हैं और उन पर ट्रंप के साइन साफ तौर पर किए हुए हैं यह वैसे ही हस्ताक्षर हैं जैसे उन्होंने एपस्टीन को पत्र पर करके भेजे थे।