नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ से रिश्ता कुछ खास गहरा है। उनके बयानों से कई बार यह लगता है कि वह पाकिस्तान के साथ अपने रिश्तों को और भी गहरा बनाना चाहते हैं। यह बात अब और साफ हो गई जब अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस (Tammy Bruce) ने यह साफ किया है कि पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ द्विपक्षीय बैठक के लिए जल्द अमेरिका में आने वाले हैं। इस बैठक में वह खुद भी हिस्सा लेंगी। ऐसे में इस बयान के साथ ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खुद शहबाज शरीफ की व्हाइट हाउस में मेजबानी करेंगे।
प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कही ऐसी बातें
ब्रूस ने एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा है कि – ‘ऐसे बहुत ही कम सवाल होते हैं जो मुझे मुस्कुराने के लिए मजबूर कर देते हैं। हमारे पास बहुत सी अच्छी खबरें हैं और हां पाकिस्तान यहां द्विपक्षीय बैठक के लिए आ रहा है। मैं अभी इसमें हिस्सा लूंगी और इसको लेकर बहुत एक्साइटेड भी हूं’। टैमी ब्रूस से जब पूछा गया था कि ट्रंप लगातार ऐसे दावे कर रहे हैं कि मैंने भारत और पाकिस्तान के बीच में युद्ध खत्म करवाने में अहम भूमिका निभाई है। ब्रूस की इस टिप्पणी के बाद से यह चर्चाएं शुरु हो चुकी है कि क्या यह दौरा व्हाइट हाउस स्तर पर आयोजित होगा और अगर ऐसा हुआ तो अमेरिका-पाकिस्तान के रिश्तों में इससे बड़ा बदलाव होगा। खासतौर पर तब जब ट्रंप पहले ही कार्यकाल में पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री इमरान खान की मेजबानी कर चुके हैं।
पाकिस्तान सेना प्रमुख ने किया था व्हाइट हाउस में डिनर
आपको बता दें कि यह बयान ऐसे समय पर सामने आया है जब कुछ ही दिन पहले पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ व्हाइट हाउस में डिनर किया था। उस मुलाकात को लेकर अमेरिका या फिर पाकिस्तान की ओर से कोई औपचारिक बयान भी सामने नहीं आया परंतु डिनर से जुड़ी खबरें सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियों में रही थी। ट्रंप इससे पहले भी पाकिस्तान को अपना अच्छा दोस्त बता चुके हैं। एक्सपर्ट्स की मानें तो यह दौरा अमेरिका की दक्षिण एशिया नीति में बैलेंस बनाने की कोशिश का हिस्सा होगा। खासतौर पर जब अमेरिका अफगानिस्तान चीन और मिडिल ईस्ट से जुड़ी कई दिक्कतों से जूझ रहा है।
आखिर क्यों अमेरिका आने वाले हैं पाकिस्तानी पीएम?
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ का यह दौरा अमेरिकी घरेलू राजनीति के साथ जोड़कर भी देखा जा रहा है। नवंबर 2024 में हुए चुनावों में ट्रंप ने दोबारा राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी। ऐसे में उनकी यह मुलाकात अमेरिका के मुस्लिम और साउथ एशियन समुदाय को एक राजनीतिक संदेश भी हो सकता है कि आखिर उनका प्रशासन क्षेत्रीय स्थिरता में दिलचस्पी रखता है या नहीं।
कुछ समय पहले ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि राष्ट्रपति ट्रंप पाकिस्तान की यात्रा की योजना बना रहे हैं लेकिन बाद में इन दावों को उन्होंने खारिज कर दिया था। पाकिस्तान के दो मशहूर चैनल जियो न्यूज और एआरवाई न्यूज ने पहले कुछ ऐसी रिपोर्ट्स चलाई थी जिसमें उन्होंने यह दावा किया था कि अमेरिका के राष्ट्रपति सितंबर में पाकिस्तान का दौरा करेंगे लेकिन बाद में दोनों ही चैनलों ने ये रिपोर्ट्स वापिस ले ली।
आपको बता दें कि अभी किसी भी मौजूद अमेरिकी राष्ट्रपति को पाकिस्तान की अंतिम यात्रा किए हुए करीबन दो दशक हो गए हैं। आखिरी बार 2006 में पहले राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद गए थे।