जालंधरः शहर निवासी राजिंदर शर्मा ने राजस्थान निवासी डॉ. परवीन यादव पर सिविल अस्पताल, जालंधर के एमरजेंसी वार्ड में गंभीर परेशानी और अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया है। दरअसल, शर्मा अपने एक घायल परिचित की एमएलआर (आपातकालीन जांच रिपोर्ट) बनवाने अस्पताल पहुंचे थे। शर्मा के मुताबिक, ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने उनके साथ भड़कते हुए अपमानजनक व्यवहार किया। उन्हें कमरे से बाहर जाने को कहा और एमएलआर से जुड़े वाजिब सवालों के जवाब भी नहीं दिए। जब उन्होंने अपने कमरे में रखी वरिष्ठ डॉक्टरों की फोन सूची मांगी, तो ड्यूटी डॉक्टर ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। उनके मुताबिक, सूची में शामिल ज्यादातर डॉक्टरों का महीनों या सालों पहले तबादला हो चुका था। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लगाई गई सूची पुरानी और पूरी तरह से आपत्तिजनक थी।
एक वरिष्ठ डॉक्टर बजाज ने फोन उठाया और ड्यूटी डॉक्टर से जरूरी मदद करने और कंप्यूटर ऑपरेटर से संपर्क करने को कहा। सुबह 8 बजे की शिफ्ट होने के बावजूद कंप्यूटर ऑपरेटर 9:15 बजे तक उपलब्ध नहीं हुआ, लेकिन ड्यूटी डॉक्टर उचित जवाब देने के बजाय, परेशान करते रहे और समय बर्बाद करते रहे। ड्यूटी डॉक्टर ने एमएलआर की सत्य प्रतिलिपि जारी करने के लिए आवश्यक हस्ताक्षर करने से भी इनकार कर दिया। यह पूरा घटनाक्रम शाम लगभग 7:30 बजे से रात 10:30 बजे तक चला, जिससे घायल व्यक्ति को गंभीर मानसिक कष्ट हुआ।
हद तो तब हो गई जब उक्त ड्यूटी डॉक्टर ने राजिंदर शर्मा और उनके साथियों के खिलाफ थाना नंबर 4 में रिश्वत लेने और उनके परिवार वालों को धमकाने का झूठा मामला दर्ज करवा दिया। उन्होंने कहा कि यह सारी लापरवाही और गैर-पेशेवर व्यवहार आपातकालीन विभाग के सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गया था। बताया जा रहा है कि पहले भी इस विभाग के डॉक्टर आम लोगों में दहशत फैलाने के लिए लोगों के खिलाफ झूठे पुलिस केस चलाते रहे हैं, जिसमें यह डॉक्टर शामिल रहा है।
राजिंदर शर्मा ने स्वास्थ्य विभाग से अपील की कि वह महत्वपूर्ण आपातकालीन विभागों में, जहां आम लोग सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली चिकित्सा सुविधाओं का लाभ उठाने आते हैं, पंजाब के स्थानीय डॉक्टरों की नियुक्ति करें, ताकि पंजाब के आम लोगों की भाषाई बाधा को दूर करके और उनकी भावनाओं को बेहतर ढंग से समझकर उनमें भय की बजाय विश्वास का माहौल बनाया जा सके।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से यह भी अपील की कि इस डॉक्टर की पृष्ठभूमि और मानसिकता को देखते हुए उसे तुरंत प्रभाव से निलंबित किया जाए। गौरतलब है कि राजिंदर शर्मा ने थाना नंबर 4 में डॉक्टर के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई है। उन्होंने पुलिस कमिश्नर से भी अपील की कि झूठी शिकायतें दर्ज कराकर जनता को परेशान करने वाले इस घमंडी डॉक्टर के खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में उसकी अनैतिक सोच पर रोक लग सके।