ऊना/ सुशील पंडित : ऊना की जिला व्यय निगरानी समिति ने चुनावी व्यय निगरानी के लिए गठित स्थैतिक निगरानी दलों और उड़न दस्तों द्वारा की गई नकदी जब्ती के मामलों की समीक्षा के लिए बुधवार को बैठक की. अतिरिक्त उपायुक्त एवं जिला व्यय निगरानी समिति के अध्यक्ष महेंद्र पाल गुर्जर की अध्यक्षता आयोजित इस बैठक में जिला कोषागार अधिकारी विशाल रघुवंशी और क्रेडिट योजना अधिकारी संजय संख्यान ने भाग लिया।
बैठक में मुख्य रूप से 14,08,170/रुपये की महत्वपूर्ण जब्ती के मामले को लेकर चर्चा की गई, जिसे चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र में तैनात स्थैतिक निगरानी दल द्वारा भैरा, ऊना के रहने वाले एक व्यक्ति के निजी वाहन से जब्त किया गया था। यह जब्ती 17 मई, 2024 को ठठल के पास हुई थी, जिसमें उक्त व्यक्ति नकदी के स्रोत या दस्तावेज प्रस्तुत करने में विफल रहा था। जब्त राशि को उप कोषागार, अम्ब में जमा किया गया था। समिति ने जब्त राशि को अब ऊना के कर एवं आबकारी उप आयुक्त को सौंपने का निर्णय लिया है।
महेंद्र पाल गुर्जर ने बताया कि इस सन्दर्भ में 21 मई को परवाणू के आयकर (जांच) उप निदेशक के कार्यालय से पत्र प्राप्त हुआ था। इसमें जब्त राशि को ऊना के आयकर अधिकारी को सौंपने का अनुरोध किया गया था।
समिति ने विस्तृत विचार-विमर्श और संबंधित दस्तावेजों की जांच के बाद, एसडीएम (एआरओ) अम्ब और कोषागार अधिकारी अम्ब को निर्देश दिया है कि वे आयकर विभाग के वारंट के अनुसार जब्त नकदी को कर एवं आबकारी उप आयुक्त ऊना को सौंप दें।
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