ग्वालियरः विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र में एक होटल के बाहर खड़ी कार को हटाने को लेकर होटल संचालक और एसआई प्रशांत शर्मा के बीच विवाद हो गया। आरोप है कि एसआई ने एक युवक को अपनी मर्सिडीज की बोनट पर लटकाकर करीब 200 मीटर तक घसीटा और फिर अचानक ब्रेक लगाकर सड़क पर पटक दिया। इस दौरान पूरी घटना होटल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी मुताबिक, वीरवार शाम करीब 4:30 बजे VIP मूवमेंट के चलते ट्रैफिक क्लियर करवाने के लिए एसआई प्रशांत शर्मा होटल ‘द ब्लीव’ के बाहर पहुंचे। यहां होटल संचालक शुभम भदौरिया के साथी अंकित जादौन की कार खड़ी थी। एसआई ने कार हटाने को कहा, इसी दौरान कार के पिछले शीशे के टूटने की बात सामने आई, जिससे झगड़ा शुरू हो गया।
अंकित जादौन का आरोप है कि एसआई ने उनकी कार का शीशा तोड़ा और जब उन्होंने कारण पूछा तो वो वहां से अपनी मर्सिडीज कार से निकलने लगे। अंकित और शुभम ने पीछा किया। आगे ट्रैफिक जाम में फंसी कार मिलते ही जब उन्होंने रोकने की कोशिश की, तब एसआई ने कार दौड़ा दी, जबकि अंकित बोनट पकड़कर खड़े थे। करीब 200 मीटर तक एसआई ने उन्हें घसीटा और फिर ब्रेक लगाकर सड़क पर गिरा दिया। इस दौरान अंकित को हाथ में चोटें आईं हैं। पूरी घटना होटल के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई, जिसमें एक युवक मर्सिडीज कार की बोनट पर लटका हुआ नजर आ रहा है और कार उसे तेजी से लेकर जा रही है।
होटल संचालक शुभम भदौरिया का कहना है कि एसआई प्रशांत उस समय शराब के नशे में थे। उन्होंने न सिर्फ गाली-गलौज की, बल्कि होटल की गाड़ी तोड़ने की धमकी भी दी। शुभम ने यह भी संकेत दिए कि यह कोई पहली बार की घटना नहीं है, हो सकता है इसके पीछे कोई पुराना कारण भी रहा हो।
एसआई प्रशांत शर्मा ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी किया। उन्होंने सफाई दी कि वह वीआईपी ड्यूटी पर थे, कार उनके पिता की है और उन पर लगे सभी आरोप निराधार हैं। बताया जा रहा है कि एसआई प्रशांत शर्मा का परिवार राजनीतिक रूप से सक्रिय है। उनके परिजन भिंड जिले के पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष रहे हैं और वे एक राजनीतिक घराने से ताल्लुक रखते हैं। वहीं, शिकायतकर्ता अंकित एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी का बेटा है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच में जुट गई है।