96 करोड़ी बाबा बलबीर सिंह से की मुलाकात
अमृतसरः राधा स्वामी डेरा ब्यास के प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों जी ने शिरोमणि पंथ अकाली बुड्ढा दल के मुख्य मुख्यालय, 5वें तख्त गुरुद्वारा शहीद बाबा अकाली फूला सिंह जी बुर्ज, गुरुद्वारा मल्ल अखाड़ा साहिब (पातशाही छेवीं) का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने बुड्ढा दल प्रमुख बाबा बलबीर सिंह 96 करोड़ी से मुलाकात की। दोनों धर्मगुरुओं के बीच शुद्ध धार्मिक सिद्धांतों, सिख धर्म, बाना-वाणी और खालसा की रूपरेखा पर गंभीर चर्चा हुई।
अपने आध्यात्मिक और शांत स्वभाव के लिए जाने जाने वाले बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने निहंग सिंहों के पारंपरिक पंथ के प्रति गहरा सम्मान व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि गुरु साहिबों से खालसा को प्राप्त बाना और वाणी का आशीर्वाद आज भी निहंग सिंहों के रूप में जीवित है। उन्होंने इस स्थान पर पहुंचकर शहीदी देगों और अनुष्ठानों में शीश नवाया। सभी गुरसिखों का मूल धर्म गुरु ग्रंथ साहिब जी को गुरु मानना और उनके आदेशों का पालन करना है। यह भी कहा गया कि यदि कोई आदर और विनम्रता के साथ गुरु के द्वार पर आता है, तो उसका स्वागत है।
बाबा गुरिंदर सिंह जी का भी बुड्ढा दल द्वारा पूर्ण सम्मान किया गया। उनका “जी आया” कहकर स्वागत किया गया और पूरे प्रेम और स्नेह से उनका सम्मान किया गया। यह बैठक गुरु गोबिंद सिंह जी की “सांझीवार्ता” की शिक्षा का जीवंत उदाहरण बन गई। इस बैठक ने यह स्पष्ट कर दिया कि जब कोई धार्मिक आधार पर एकजुट होता है, तो सांप्रदायिक सीमाएं पीछे छूट जाती हैं। यह एक अच्छी पहल है जो सिख धर्म की एकता और परस्पर सम्मान की परंपरा को और मजबूत करती है।