वीरेंद्र कंवर ने बन मंडलाधिकारी ऊना सुशील राणा को सौंपा ज्ञापन
ऊना/ सुशील पंडित : कुटलैहड़ में खुदरो भुमि पर पेड़ों के कटान का लाभ किसानों को न मिलने पर पूर्व मंत्री व भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष वीरेंद्र कंवर ने बन मंडलाधिकारी ऊना सुशील राणा को एक ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन सौंपते हुए कंवर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में वर्किंग प्लान बनाये जाने तक खुदरो दरख्तान पर पेड़ काटने पर प्रतिबंध लगाया जाए। उन्होंने कहा कि वर्ष 1913 से अब तक 110 वर्ष बीत चुके हैं और सरकार ने किसानों को उनके हक अभी तक नहीं दिए हैं। वर्ष 1999 में सरकार ने नोटिफिकेशन के द्वारा इस प्रकार की भूमि के पेड़ों के मालिकाना हक भूमालिकों को दिए थे।
लेकिन अभी भी किसानों को उनके हक नहीं मिल रहे हैं। किसान रेवेन्यु रिकॉर्ड के मुताबिक खुदरो भूमि पर उगे पेड़ों के मालिक हैं परंतु इनके कटान के लिये जब अनुमति मांगी जाती है तो भारत सरकार का हवाला दिया जाता है क्योंकि इस प्रकार की भूमि में मालिक सरकार है। जिन क्षेत्रों में वर्किंग प्लान लागू हुआ वहां भी पेड़ वन विभाग द्वारा ही कटवाए जाते हैं और किसानों को उनका हक नहीं मिल रहा है।
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि इस प्रकार की भूमि पर कटने वाले पेड़ों से किसानों का लाभ होने चाहिए यानी जिन क्षेत्रों में रकबा वर्किंग प्लान के तहत आता है वहां पर विभागीय मार्किंग के बाद किसानों को अपने पेड़ों को काटने की अनुमति प्रदान की जानी चाहिए। इससे 32000 हेक्टेयर से प्रतिवर्ष औसतन तीन लाख वृक्ष उपलब्ध होंगे जिनका बाजार मूल्य लगभग 300 करोड़ रुपये है। अभी तक किसानों को 300 करोड़ का नुकसान हो रहा है।
वर्ष 2013 में भारत सरकार की एक कमेटी ने कहा कि इस प्रकार की भूमि चाहे वर्किंग प्लान में आती हो या नहीं वहां फारेस्ट कंसर्वेशन एक्ट 1980 लागू होंगे। इस प्रकार की भूमि में पेड़ों का कटान विभाग द्वारा बनाये गए मैनेजमेंट प्लान के तहत किया जा रहा है।
उन्होंने ज्ञापन में कहा कि जिन क्षेत्रों का वर्किंग प्लान नहीं बना है वर्किंग प्लान बनने तक पेड़ों का कटान न हो व वर्किंग प्लान बनने के बाद वहां पेड़ों के कटान का हक़ किसानों को मिले। किसान अपने आप में जंगलों की रक्षा करने में असमर्थ हैं। यदि उन्हें इस खुदरो भूमि में पेड़ों के कटान का हक़ मिलेगा तो वे यहां नए पेड़ भी लगाएंगे और पेड़ों को बचाएंगे भी।
इस मौके पर एसपी सिंह, जसमेर सिंह ,केवल सिंह ,ओंकार सिंह ,गुरदयाल सिंह,अमर नाथ,मनमोहन सिंह ,राजेंद्र सिंह ,करतार सिंह मौजूद रहे।