नई दिल्ली: राजधानी में प्रदूषण का स्तर अभी भी खराब श्रेणी में बना है। शनिवार की सुबह ओवरऑल एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 के पार दर्ज किया गया। ज्यादातर इलाके इस दौरान रेड जोन में बने हुए हैं। गंभीर स्थिति होने के कारण प्रदूषण लोगों की सेहत पर भी गंभीर असर डाल रहा है। पिछले कुछ महीनों से राजधानी में ऐसे ही हालात बने हुए हैं। प्रदूषण से बचने के लिए कई लोग मास्क लगाकर बाहर निकलने के लिए मजबूर हो गए हैं।
ज्यादातर लोगों पर हो रहा असर
समीर ऐप के अनुसार, शनिवार सुबह 6 बजे 40 एक्टिव एक्यूआई मॉनिटरिंग सेंटर में से 35 पर पॉल्यूशन खतरनाक स्तर पर रिकॉर्ड हुआ है। इसके अलावा बाकी सेंटर पर भी पॉल्यूशन की स्थिति बहुत खराब श्रेणी में है। पॉल्यूशन के कारण आंखों में जलन, गले में खराश और सांस लेने में परेशानी जैसी दिक्कतें आम हो चुकी हैं। ज्यादातर लोग इस तरह की बीमारी से जूझ रहे हैं। पॉल्यूशन का सबसे ज्यादा असर बच्चों, बुजुर्ग और बीमार लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है।
रेड जोन में पहुंच चुकी है दिल्ली
दिल्ली के 35 इलाके ऐसे हैं जो पॉल्यूशन के रेड जोन में है। यहां पर एक्यूआई 300 दर्ज किया गया है। सबसे ज्यादा एक्यूआई मुंडका में 378 दर्ज हुआ है। अब सिर्फ पॉल्यूशन ही नहीं बढ़ती सर्दी भी लोगों के लिए परेशानी बन चुकी है। मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार को ज्यादातर तापमान 23 जबकि न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
दिल्ली-एनसीआर में भी खराब है हालात
दिल्ली के साथ-साथ एनसीआर में भी प्रदूषण का स्तर गंभीर बना हुआ है। गाजियाबाद में ओवरऑल एक्यूआई 353 दर्ज हुआ है। यह प्रदूषण के खतरनाक लेवल पर आता है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गुरुग्राम में भी स्थिति ऐसी ही बनी हुई है। यहां भी एक्यूआई 300 के पार दर्ज किया गया है। नोएडा का 353, ग्रेटर नोएडा में एक्यूआई और गुरुग्राम में एक्यूआई 309 दर्ज किया गया है।