लुधियानाः जिले में दरियादिली का अनूठा उदाहरण सामने आया है जहां, डीसी लुधियाना हिमांशु जैन ने एक मिसाल पेश की है। दरअसल, नोबल फाउंडेशन की समन्वयक मां शारदा विद्या पीठ द्वारा बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए धनराशि इकट्ठी की गई थी। जब वह यह राशि डीसी को देने गए तो उन्होंने राशि लेने से यह कहकर मना कर दिया कि फाउंडेशन पहले से ही बहुत बढ़िया काम कर रही है और वह यह पैसे बच्चों की पढ़ाई पर खर्च करें। इस घटना के बाद से डीसी की चारों तरफ तारीफ हो रही है।
जानकारी देते नोबल फाउंडेशन की समन्वयक मां शारदा विद्या पीठ ने बताया कि वह गरीब और जो बच्चे पढ़ाई कर पाने में असमर्थ है उनकी पढ़ाई करवाती है और बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ मोरल वेल्यू भी सिखाई जाती हैं। इसी के चलते संस्था ने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए धनराशि इकट्ठी की थी जो बच्चों ने 5 से 50 रुपए तक दान की थी तथा टीचरों ने भी अपनी एक दिन की सेलरी देकर इस धनराशि में योगदान डाला था। उन्होंने बताया कि संस्था ने करीब 1 लाख रुपए एकत्रित करके लुधियाना के डीसी को देने चाहे, लेकिन उन्होंने बड़े प्यार से इन पैसों को लेने से मना कर दिया और कहा कि वह इस राशि को उन बच्चों पर लगाएं जिनको पढ़ाई की बहुत जरूरत है।
इस दौरान डीसी हिमांशु जैन ने बच्चों को भी खूब प्यार से सराहा जिन्होंने राशि में योगदान दिया था। डीसी ने कहा कि फाउंडेशन गरीब बच्चों को पढ़ाकर पहले ही बहुत अच्छी मिसाल पेश कर रही है और संस्था आगे भी यही काम करती है यही उनकी कामना है। फाउंडेशन के सभी सदस्यों ने डीसी का आभार जताया।