अमृतसरः श्री दरबार साहिब के हेड ग्रंथी और अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को एक बार फिर पैरोल मिलने पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि यह न केवल न्याय का हनन है, बल्कि सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला फैसला है। ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि एक ओर दशकों से जेलों में बंद सिख समुदाय के कैदियों की रिहाई के लिए सिर्फ वादे किए जा रहे हैं। दूसरी ओर सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम जैसे अपराधियों को बार-बार पैरोल देकर बाहर लाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह सिखों को दूसरे या तीसरे दर्जे का नागरिक बनाने की सीधी कोशिश है। सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला यह रवैया बेहद चिंताजनक है। उन्होंने मांग की कि दशकों से जेलों में अपनी सजा पूरी कर चुके सिख कैदियों को तुरंत रिहा किया जाए। ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि इस तरह के फैसले जारी रहे, तो सिख समुदाय के मन में अधिकारों की लड़ाई और तेज होती जाएगी।