नई दिल्ली: जगजीत सिंह डल्लेवाल की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल मंगलवार को 37वें दिन भी जारी है। इस बीच, सुप्रीम कोर्ट आज यानी 31 दिसंबर को बीमार किसान नेता को इलाज मुहैया कराने के लिए पंजाब सरकार की ओर से किए गए उपायों की समीक्षा करेगा। पंजाब सरकार के अधिकारियों की एक टीम ने 29 दिसंबर को 70 वर्षीय किसान नेता को इलाज के लिए मनाने का प्रयास किया। हालांकि, जगजीत सिंह डल्लेवाल ने इससे इनकार कर दिया।
ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें डर था कि उन्हें प्रदर्शन स्थल से हटाने के लिए बल प्रयोग किया जाएगा। किसान फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी सहित कई मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर खनौरी में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
पंजाब सरकार के अधिकारियों की एक उच्चस्तरीय टीम ने डल्लेवाल से मुलाकात की थी और उनसे अनुरोध किया था कि वे अनशन जारी रहने के बावजूद इलाज स्वीकार करें। सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस सुधांशु धूलिया की अवकाशकालीन पीठ आज दिन में करीब 11 बजे मामले की डिजिटल माध्यम से सुनवाई करेगी। शीर्ष अदालत में 21 दिसंबर से शीतकालीन अवकाश है। दो जनवरी 2025 को सुनवाई फिर से शुरू होगी।
कोर्ट ने 28 दिसंबर को डल्लेवाल को अस्पताल न ले जाने के लिए पंजाब सरकार को कड़ी फटकार लगाई थी। सर्वोच्च अदालत ने बीमार नेता को इलाज उपलब्ध कराने का विरोध करने वाले आंदोलनकारी किसानों की मंशा पर संदेह जताया था। सुप्रीम कोर्ट ने हालांकि राज्य सरकार को डल्लेवाल को अस्पताल ले जाने के लिए राजी करने के वास्ते 31 दिसंबर तक का समय दिया था। साथ ही, स्थिति के अनुसार केंद्र से सहायता मांगने की भी छूट दी है।