जालंधर (ENS): पूरे देश में भगवान श्री कृष्ण का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया। सभी ने कृष्ण लला को मंदिरों में जाकर झूला दिया और श्री कृष्ण का आशीर्वाद लिया। इसी तरह जालंधर में भी कृष्ण जन्माष्टमी पर विभिन्न मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। सुबह से सजे हुए मंदिरों को देखने के लिए कई लोग पहुंचे और मंदिरों में लंबी लाइनें देखी गई। मंदिरों को सुंदर लाइटों से सजाया गया है।
रात को मंदिरों में भजन संध्या का आयोजन किया। वहीं, मंदिरों में हिंडोले सजाए गए हैं। सुबह से मंदिरों में भीड़ थी और श्रद्धालु भजन करते हुए देखे जा सकते हैं। अमृतसर में झांकी निकाली गई। पंडित दुर्गेश शास्त्री के अनुसार इस वर्ष कृष्ण जन्माष्टमी का आरंभ 15 अगस्त की रात 11 बजकर 50 मिनट से हो चुका है, जबकि इसका समापन 16 अगस्त की रात 9 बजकर 35 मिनट पर हुआ।
पंडित ने कहा कि भगवान कृष्ण का जन्म रात 12 बजे हुआ था, इसलिए इस दिन मंदिर पूरी रात खुले रहते हैं। भक्त अपने घरों में बाल स्वरूप में कृष्ण की स्थापना कर झूला सजाते हैं। बच्चों को कृष्ण के रूप में सजाने की परंपरा भी प्रचलित है, जिसे मर्यादा के भीतर रहकर करना चाहिए।