जालंधर (ENS): कांग्रेस पार्टी नेताओं के बीच मतभेदों को सामने लाते हुए फिल्लौर विधायक विक्रमजीत सिंह चौधरी ने सोमवार को पंजाब विधानसभा में कांग्रेस पार्टी के मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा सीएलपी नेता प्रताप सिंह बाजवा को भेज दिया है। चौधरी बाजवा के करीबी माने जाते हैं। यह इस्तीफा जालंधर आरक्षित संसदीय सीट के लिए पार्टी आलाकमान द्वारा पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की उम्मीदवारी पर विचार किए जाने पर नाराजगी व्यक्त करने के बाद आया है।
जालंधर के पूर्व सांसद चौधरी संतोख सिंह के बेटे विक्रम जालंधर सीट पर दावा कर रहे थे। पूर्व सांसद की पत्नी करमजीत कौर ने पिछला जालंधर उपचुनाव लड़ा था लेकिन हार गई थीं। आरक्षित संसदीय क्षेत्रों मे फरीदकोट, जालंधर, होशियारपुर और फतेहगढ़ साहिब के लिए उम्मीदवारों का चयन करना पार्टी के लिए सिरदर्द रहा है।
पार्टी ने चन्नी को जालंधर सीट से मैदान में उतारने का लगभग मन बना लिया था, लेकिन चौधरी ने कड़ी आपत्ति जताई। चौधरी ने हाल ही में चन्नी के पंजाब में किसी भी सीट से चुनाव लड़ने की योग्यता पर सवाल उठाया था क्योंकि वह चमकौर साहिब और भदौर क्षेत्रों से विधानसभा चुनाव हार गए थे।
चौधरी का इस्तीफा आम आदमी पार्टी द्वारा जालंधर सीट के लिए उनके परिवार को लुभाने की खबरों के बाद आया है।संपर्क करने पर चौधरी ने इस बात से इनकार किया कि वह पार्टी बदल रहे हैं। उन्होंने कहा, “मैं पार्टी का वफादार हूं लेकिन अपने निर्वाचन क्षेत्र में व्यस्त होने के कारण मैंने मुख्य सचेतक के पद से इस्तीफा दे दिया है।
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