चंडीगढ़ः हरियाणा में 11 साल के लंबे इंतजार के बाद कांग्रेस ने 32 जिलाध्यक्ष घोषित किए। दरअसल, संगठन सृजन अभियान के अंतर्गत कांग्रेस के जिलाध्यक्षों की चौंकाने वाली सूची जारी की। सूत्रों ने बताया कि नियुक्त किए गए कई लोग वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी सैलजा के करीबी माने जाते हैं। नए जिला समिति अध्यक्षों की नियुक्ति की प्रक्रिया जून में तब शुरू हुई थी, जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संगठन के कायाकल्प अभियान के तहत हरियाणा के वरिष्ठ नेताओं और एआईसीसी तथा प्रदेश कांग्रेस समिति के पर्यवेक्षकों के साथ बैठक की थी।
कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने जिला समिति अध्यक्षों के नामों की घोषणा की। हरियाणा में एक दशक से अधिक समय से सत्ता से बाहर कांग्रेस का राज्य में 11 वर्षों से कोई जिला स्तरीय संगठन नहीं है। पार्टी के एक बयान में कहा गया कि कांग्रेस अध्यक्ष ने हरियाणा की जिला कांग्रेस समितियों के अध्यक्षों की नियुक्ति के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। ये नियुक्तियां संगठन सृजन अभियान के तहत की गई हैं।
महीनों से चली खींचतान, रस्साकशी और पर्दे के पीछे की सियासी जोड़तोड़ के बाद आखिरकार कांग्रेस हाईकमान ने जिला पंचकूला के नए कप्तान का ऐलान कर दिया है। चौंकाने वाली बात यह कि कमान ऐसे नाम को सौंपी गई है, जिसे जिले के बड़े हिस्से के कार्यकर्ता और नेता तक पहचानते नहीं। रायपुररानी के बडौना कलां गांव के संजय चौहान को पंचकूला जिला कांग्रेस की जिम्मेदारी है। सूत्रों के अनुसार सांसद वरुण मुलाना की अहम भूमिका संजय चौहान का नाम लाने में रही है। इसलिए उन्हें हुड्डा गुट का ही माना जा रहा है।
संजय चौहान की ताजपोशी ने पुराने दिग्गजों के अरमानों पर पानी फेर दिया है। सालों से संगठन में मेहनत करने वाले कई वरिष्ठ नेता इस पद की दौड़ में थे, लेकिन दिल्ली दरबार ने अचानक से अपेक्षाकृत अनजान और नए चेहरे पर दांव लगाया। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि गुटबाजी से त्रस्त हाईकमान ने एक ‘तटस्थ’ चेहरे को आगे लाकर पुराने गुटों की पकड़ कमजोर करने की कोशिश की है।