चंडीगढ़ः पंजाब और हरियाणा के बीच पानी के मुद्दे को लेकर लंबे समय से चल रही खींचतान एक बार फिर गरमा गई है। इस बार पंजाब सरकार ने सीधे-सीधे भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (BBMB) और केंद्र की सरकार पर तीखा प्रहार किया है। पंजाब सरकार ने आरोप लगाया है कि BBMB हरियाणा को पानी देने की कोशिशें कर रहा है।
मुख्यमंत्री आज नंगल में बी.बी.एम.बी. द्वारा पानी छोड़ने के खिलाफ हुए प्रदर्शन में पहुँचे। इस अवसर पर उनके साथ कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस और जालंधर के मेयर वनीत धीर व अन्य भी उपस्थित थे।
सीएम मान ने कहा कि “अपने आप को पानी का रक्षक कहने वाले अब कहां हैं? हर छोटी बात पर हाईवे रोकने वाली किसान जत्थेबंदियों ने पंजाब के पानी को लेकर एक भी बयान नहीं दिया।” वह सिर्फ बेतुके मसलों पर सड़क और रेलें जाम करके अपनी ‘दुकानें’ चला रहे हैं, लेकिन राज्य से संबंधित इस महत्वपूर्ण और गंभीर मुद्दे पर पूरी तरह चुप हैं।
भगवंत सिंह मान ने तंज कसते हुए कहा कि असल में किसान नेता इस कारण आज नंगल नहीं पहुँचे। क्योंकि यहाँ ए.सी. वाली ट्रॉलियाँ नहीं हैं और उन्हें धूप में विरोध प्रदर्शन करना पड़ता जो अब उनके बस की बात नहीं रही।
पंजाब के लोग अपनी जल-धरोहर की रक्षा के लिए डटकर खड़े हैं और प्रदेश की जनता को भरोसा है कि कोई भी ताकत उनके अधिकारों को छीन नहीं सकती। “हम अपने पानी की रक्षा डटकर करेंगे, क्योंकि हमारे साथ पंजाब के इंसाफ़ पसंद लोग खड़े हैं।”
BBMB पर निशाना साधते हुए मान ने कहा कि “जंग जैसे मुश्किल हालातों में भी BBMB बीजेपी के इशारे पर पंजाब विरोधी अपनी घटिया हरकतें बंद नहीं कर रही। BBMB के पास पंजाब का पानी हरियाणा को देने का कोई अधिकार नहीं है।” जब भी देश को जरूरत पड़ी है, पंजाब ने हमेशा आगे बढ़कर कुर्बानी दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बी.बी.एम.बी.) असल में सतलुज और ब्यास नदियों के पानी के प्रबंधन के लिए स्थापित किया गया था। हालाँकि, उन्होंने कहा कि सालों से, पंजाब का पानी बी.बी.एम.बी. के माध्यम से दूसरे राज्यों की ओर मोड़ा जा रहा है और भाजपा सरकार ने अपने राजनीतिक हितों के लिए इस बोर्ड का दुरुपयोग शुरू कर दिया है। भगवंत सिंह मान ने दोहराया कि बी.बी.एम.बी. का पुनर्गठन किया जाना चाहिए क्योंकि यह मौजूदा रूप में पूरी तरह बेकार और अस्वीकार्य है।
पंजाब के पास किसी अन्य राज्य के साथ साझा करने के लिए कोई अतिरिक्त पानी नहीं है और साथ ही किसी को पानी की एक बूँद भी नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य के ज्यादातर ब्लॉक खतरे की कगार पर हैं और राज्य में भूजल की स्थिति बहुत गंभीर है। मान ने कहा कि राज्य के ज्यादातर नदी स्रोत सूख गए हैं, इसलिए सिंचाई जरूरतों को पूरा करने के लिए और पानी की जरूरत है।
मुख्यमंत्री आज नंगल में बी.बी.एम.बी. द्वारा पानी छोड़ने के खिलाफ हुए प्रदर्शन में पहुँचे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस और अन्य भी उपस्थित थे।