भिलाईः 12वीं कक्षा की छात्रा द्वारा घर में फांसी लगाकर खुदकुशी करने का मामला सामने आया है। छात्रा के पिता आनंद कराब CSEB नेहरू नगर में जेई हैं। परिजनों के मुताबिक एरिना 12वीं में एक बार पहले भी फेल हो चुकी है। इस बार भी पेपर अच्छे नहीं गए, जिसे लेकर वह परेशान थी।
आनंद कराब ने बताया कि उनकी बेटी एरिना पढ़ने में काफी अच्छी थी। पहले वो हिंदी मीडियम से पढ़ रही थी। 10वीं में उसे इंग्लिश मीडियम स्कूल में डाला गया। उसने 10वीं में 89 प्रतिशत नंबर लाकर फर्स्ट क्लास पास किया। जैसे ही वो 11वीं में गई और उसने मैथ, फिजिक्स और केमेस्ट्री सब्जेक्ट लेकर पढ़ाई शुरू की, तो उसके नंबर कम आने लगे।
अंजली रात दिन पढ़ाई करती थी, लेकिन उसे समझ में ही नहीं आता था। इसके चलते 11वीं में उसने 3 बार सप्लीमेंट्री दी और पास हुई। इसके बाद 12वीं में वह फेल हो गई। पिता ने उसे कई बार समझाया कि अगर समझ नहीं आ रहा तो टेंशन मत लो सब्जेक्ट चेंज कर दो या जितना समझ में आता है, उतना पढ़ो, लेकिन अंजली कम नंबर की बात मन में बैठाते चली जा रही थी। इसी के चलते 4 अप्रैल को दोपहर आनंद रोज की तरह नेहरू नगर ऑफिस ड्यूटी चले गए। इधर उनकी पत्नी अपने बड़े बेटे रितेश को लेकर छोटी बेटी हिमांशी का चेकअप कराने हॉस्पिटल चली गई। वे लोग दोपहर 12 बजे घर से गए और सवा एक बजे वास आए तो देखा घर का दरवाजा बाहर से बंद है।
आनंद की वाइफ ने पीछे के रास्ते से किचन का दरवाजा खोला तो वो खुल गया। अंदर जाकर देखी तो कमरे में उनकी बेटी केबल के वायर के सहारे फंदे पर झूल रही थी। जब तक उसे नीचे उतारा गया, उसकी सांसें थम चुकी थी। उसे सुपेला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 5 अप्रैल को पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। सूचना मिलते ही सुपेला पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि खुदकुशी का कारण जानने के लिए वो परिजनों से पूछताछ कर रहे हैं। अंजली के पास से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला, जिससे खुदकुशी का कारण स्पष्ट हो सके।