बद्दी/ सचिन बैंसल : दुर्गा माता मंदिर परिसर गुल्लरवाला में चल रही भागवत कथा के पांचवे दिन भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया। कथावाचक आचार्य हरबंस लाल शास्त्री ने अनेक प्रसंग सुनाए। उन्होंने भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन करते हुए बताया कि छोटी अवस्था में भगवान का मारने के लिए राक्षस आते रहे। परंतु भगवान ने उन सभी राक्षसों का उद्धार किया। पूतना जैसी राक्षसी भगवान को मारने के लिए आई भगवान ने उसको भी अपनी माँ जैसी गति प्रदान की। उन्होंने बताया कि भगवान कितने दयालु हैं कि जो उनको मारने के लिए आता है उनको परम गति प्रदान करते हैं। जब प्राणी भगवान की शरण ग्रहण कर लेता है तो उसे जीवन मे सब सुलभ होता है।
इससे पूर्व आर्चाय ने ध्रूव भक्त के अटूट भक्ति का वर्णन किया। आचार्य ने गया में पिंडदान का महत्व भी बताया। इस मौके पर विशाल चौधरी (आई आर एस), बाजिन्दर सिंह, रोशन लाल, परमजीत सिंह, ज्ञान चंद, सीता राम,भाग सिंह चौधरी, प्रकाश चंद, बहादुर सिंह, सूरत राम, गुरनाम सिंह, पम्मी राम, सुरेंद्र सिंह, डॉ श्रवण, गुरमैल ,अमर सिंह, बग्गा पंच, भंगी राम,राम सिंह, दिला राम, तारा चंद, मग्गर राम, मेला राम, जीत सिंह, डॉ राम आसरा, अनिल धीमान, गगन चौधरी, गुरदीप, कांता चौधरी, प्रेमी देवी, ज्योति देवी, सोमा देवी, चरणों देवी, तारा कश्यप, सुनीता देवी, गुरमेल कौर, गुरमीत कौर, बग्गो देवी,नीना चौधरी,शम्मी देवी, प्यारी देवी, राज कुमारी, कुसुम तथा गुल्लरवाला पंचायत के बहुत से गणमान्य ग्रामीण मौजूद रहे।
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