राजस्थानः कोटा में स्टोन फैक्ट्री की पॉलिश (स्लरी) के दलदल में तीन बच्चे फंस गए। दलदल 4 फीट गहरा था। जान बचाने के लिए एक घंटे तक बच्चे चीखते रहे, लेकिन फैक्ट्रियों की मशीनें चालू होने की वजह से किसी ने बच्चों की आवाज नहीं सुनी। जैसे ही मशीनें बंद हुईं लोगों को घटना का पता लगा। आसपास के लोग भागकर पहुंचे और दलदल में पत्थर डालकर रास्ता बनाया। फिर बच्चों को निकालने लगे, लेकिन सफल नहीं हुए।
आधे घंटे बाद साड़ी और रस्सी से बांधकर बाहर निकाला। घटना रामगंजमंडी क्षेत्र के अमरपुरा स्थित औद्योगिक क्षेत्र में शनिवार दोपहर 1 बजे के आसपास हुई। स्थानीय लोगों ने बताया कि कुम्भकोट और अमरपुरा के बीच सैकड़ों कोटा स्टोन की फैक्ट्रियां हैं। यहां निजी जमीन पर डंपिंग यार्ड बना हुआ है, जहां कोटा स्टोन की स्लरी डाली जाती है। दोपहर में मजदूर कैलाश के 2 बच्चे एक अन्य बच्चे के साथ खेल रहे थे।
कैलाश घटनास्थल से 300 मीटर दूर एक फैक्ट्री में काम करता है, जबकि उसकी पत्नी मांगी बाई घटनास्थल के पास ही एक अन्य फैक्ट्री में काम करती है। बच्चे मां के पास ही थे। इसी बीच खेलते-खेलते तीनों बच्चे दलदल में उतर गए। एक बच्चे की उम्र करीब 11 साल, दूसरे की 8 साल और तीसरे की 7 साल है। दो बच्चे कमर तक धंसे हुए थे, जबकि सबसे छोटा बच्चा गले तक दलदल में फंसा हुआ था। स्थानीय लोगों ने बताया कि बच्चों को बचाने के लिए आसपास पड़े पत्थरों को दलदल में डालकर रास्ता बनाया गया। फिर पत्थर पर चलकर बच्चों तक पहुंचे। साड़ी और रस्सी बांधकर बच्चों को बाहर निकाला गया। रेस्क्यू में करीब आधा घंटा लगा।