प्रधानमंत्री मोदी ने किया 1500 करोड़ रुपये के विशेष राहत पैकेज का ऐलान, वीरेंद्र कंवर ने जताया आभार
ऊना/सुशील पंडित: भारी बरसात और प्राकृतिक आपदा से जूझ रहे हिमाचल प्रदेश के लिए केंद्र सरकार ने बड़ी राहत की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राज्य के आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर हालात का जायजा लिया और प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। इसी दौरान उन्होंने हिमाचल को तत्काल राहत पहुंचाने के लिए 1500 करोड़ रुपये के विशेष आर्थिक पैकेज का ऐलान किया।

प्रधानमंत्री की इस घोषणा पर भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर ने समस्त प्रदेशवासियों की ओर से आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा हिमाचल को अपने घर जैसा मानते हैं और यहां के लोगों से उनका आत्मीय जुड़ाव है। इससे पहले भी विभिन्न आपदाओं के समय केंद्र सरकार ने हिमाचल की हरसंभव मदद की थी और एक बार फिर इस संकट की घड़ी में उन्होंने राज्य को मजबूत सहारा दिया है।
कंवर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने साफ किया है कि केंद्रीय टीमों द्वारा नुकसान का सटीक आकलन मिलने के बाद **राज्य को और भी मदद उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अतिरिक्त, जिन परिवारों के घर पूरी तरह तबाह हो चुके हैं, उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्के मकान उपलब्ध कराने की घोषणा भी की गई है। उन्होंने इसे गरीब और बेघर हुए परिवारों के लिए बेहद स्वागतयोग्य और संवेदनशील कदम बताया।
पूर्व मंत्री ने कहा कि आपदा ने पूरे प्रदेश को गहरी चोट दी है—लाखों लोग प्रभावित हुए हैं, हजारों घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, सैकड़ों सड़कें टूट गईं हैं, खेती-बाड़ी और जमीनें बह गई हैं। इस आपदा का असर हर जिले और हर क्षेत्र पर पड़ा है। उन्होंने विशेष रूप से अपने कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र की स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि यहां सड़कें अब भी अवरुद्ध हैं, पेयजल आपूर्ति ठप है, कई इलाकों में बिजली की भारी समस्या बनी हुई है और अनेक परिवार बेघर हो गए हैं।
उन्होंने प्रदेश सरकार से आग्रह किया कि केंद्र से प्राप्त इस राहत पैकेज का पारदर्शी और समयबद्ध वितरण सुनिश्चित किया जाए। कंवर ने कहा कि यह प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी है कि सहायता सीधे पीड़ितों और गरीब परिवारों तक पहुंचे, ताकि कोई भी जरूरतमंद इस मुश्किल घड़ी में राहत से वंचित न रह जाए।
कंवर ने अंत में कहा—“यह राहत पैकेज प्रधानमंत्री की हिमाचल के प्रति संवेदनशीलता और गहरी आत्मीयता का प्रमाण है। अब प्रदेश सरकार को चाहिए कि इस सहयोग का उपयोग करके आपदा पीड़ितों को शीघ्र राहत प्रदान करे और उनके जीवन को पुनः पटरी पर लाने की दिशा में ठोस कदम उठाए।”