नई दिल्लीः भारत में H3N2 वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है। भारत सरकार ने इसके सम्बन्ध में बताया कि अभी तक इस वायरस से दो मौतों हो चुकी है। जिसमें से एक हरियाणा में और दूसरी मौत कर्नाटक में हुई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने H3N2 इन्फ्लुएंजा वायरस के बढ़ते मामलों की समीक्षा के लिए एक बैठक आयोजित की। राज्यों को अलर्ट पर रहने और स्थिति की बारीकी से निगरानी करने के लिए एडवाइजरी जारी की गई है।
H3N2 इन्फ्यूएंजा का संक्रमण देश में पहले भी फ़ैल चुका है। इस बार भी यह वायरस देश की कई भागों में फ़ैल चुका है। दिल्ली एनसीआर में भी इसका प्रकोप देखा जा रहा है। देश में H3N2 के 90 मामले और H1N1 वायरस के 8 मामले पाए गए हैं।
वायरस के पैटर्न में दिखा बदलाव
स्वास्थ्य मामलों के विशेषज्ञों के अनुसार, H3N2 वायरस के पैटर्न में अप्रत्याशित रूप से बदलाव देखे जा रहे है। दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के वरिष्ठ सलाहकार डॉ धीरेन गुप्ता के अनुसार, पिछले 6 महीनों में इस वायरस के पैटर्न में अप्रत्याशित बदलाव देखा गया है। एम्स के पूर्व निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा कि यह वायरस हर साल इस समय के दौरान उत्परिवर्तित होता है और ड्रापलेट्स से फैलता है।
H3N2 इन्फ्यूएंजा वायरस
इन्फ्लुएंजा A वायरस सबटाइप H3N2 (A/H3N2) वायरस का एक सबटाइप है, जिससे इन्फ्लूएंजा (फ्लू) का संक्रमण फैलता है। H3N2 वायरस पक्षियों और स्तनधारियों को संक्रमित कर सकता है। इसके अतिरिक्त इसके कई स्ट्रेन मनुष्यों और सूअरों में भी देखे गए है। WHO के मुताबिक, यह मानव में इन्फ्लूएंजा का अहम कारण है।
क्या है इसके लक्षण?
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, H3N2 वायरस के लक्षणों में हल्की सर्दी, बुखार, निमोनिया, एक्यूट रेस्पीरेटरी डिसट्रेस सिंड्रोम शामिल है। यहां तक की इन लक्षणों में गंभीर होने पर संक्रमित व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। साथ ही इस बार इन्फ्लुएंजा A वायरस सबटाइप H3N2 ने श्वसन मार्ग के बहुत सारे संक्रमणों को जन्म दिया है।
इसके लक्षणों में मुख्य रूप से गले में दर्द और खराश, शरीर और मांसपेशियों में दर्द, दस्त, नाक बहना, छींक आना, कंपकपी, खांसी और बुखार आदि लक्षण शामिल है।
Disclaimer: All news on Encounter India are computer generated and provided by third party sources, so read carefully and Encounter India will not be responsible for any issue.