रोहतकः शहर के सिविल रोड़ स्थित एक निजी अस्पताल में घायल युवक छोड़ कर भागने के मामले में सनसनी खेज मामला सामने आया है। दरअसल, डॉक्टरों ने जब घायल युवक का चैक किया तो युवक की मौत हो चुकी थी। इस घटना को झकझोर कर रख दिया था। सुभाष रोड स्थित एक निजी अस्पताल के बाहर 27 जुलाई को स्ट्रेचर पर घायल युवक को छोड़कर फरार हुए 2 युवाओं की सीसीटीवी फुटेज सामने आई है। जिसमें काले रंग की थार गाड़ी में 2 युवक आए और एक युवक अमित उर्फ सुभम को स्ट्रेक्चर पर अस्पताल के अंदर ले जाते हुए दिखाई दे रहे है। थोड़ी देर बाद दोनों युवक वापिस बहार की तरफ जाते हुए दिखाई दे रहे है।
परिजनों ने उन्ही युवकों पर हत्या करने के आरोप लगाए है। परिजनों का आरोप है कि हत्या के 5 दिन बित जाने के बाद भी आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बहार है। मृतक युवक की माता ने बताया कि बेटे को घर पर गोलू कहकर बुलाते थे और उसे बाहर दोस्त शुभम के नाम से जानते है। उसका असली नाम सुमित कुमार है। सुमित की माता ने बताया कि सुमित की निर्मम हत्या की गई है। क्योंकि सुमित के शरीर पर चोट के निशान है। सुमित ने 12वीं तक पढ़ाई की थी। पिछले 3 महीने से वो अपने बचपन के दोस्त साहिल मलिक उर्फ चीकू के साथ होटल (रेस्टोरेंट) खोलने की बात कर रहा था। उसने बताया था कि एक तीसरा लड़का संगम भी है। साहिल को तो हम सब जानते थे, लेकिन संगम हमारे लिए नया था।
जब मैंने उससे पैसे के बारे में पूछा, तो बोला कि “मम्मी, टेंशन मत लो, सारा खर्चा साहिल और संगम देख लेंगे। वो हमें होटल दिखाने भी ले गया था। साहिल से वहीं मुलाकात भी हुई थी। सब कुछ नॉर्मल लगा था…कम से कम तब तो यही लगा। 25 जुलाई को सुमित ने कहा कि वो दोस्तों के साथ खाटूश्याम जा रहा है। बोला था 26 की दोपहर तक लौट आएगा। शाम तक जब नहीं लौटा, तो बेचैनी बढ़ने लगी। इसी दिन मध्यरात्रि (यानि 27 जुलाई का दिन शुरू हो चुका था) करीब 1:30 बजे वो घर आया और दरवाजा खोला अंदर चला गया। इस दौरान हमसे कोई बात नहीं कि, लेकिन हमने देखा शांत था, थका हुआ सा लग रहा था। फिर वह सो गया। 27 जुलाई की सुबह उठी तो देखा कि सुमित घर पर नहीं था। फोन किया तो रिंग जा रही थी, पर उसने उठाया नहीं। थोड़ी देर बाद उसका फोन स्विच ऑफ (सुबह करीब 10 बजे) हो गया। मन में अजीब बेचैनी होने लगी।
फिर मैंने होटल से साहिल का नंबर निकाला वो रेंज नहीं था। दोपहर होते-होते दिल घबरा रहा था। फिर 27 जुलाई को करीब ढाई बजे पुलिस और सीआईए टीम घर आई। बताया आपके बेटे की हत्या हो गई है। यह सुनकर उस एक पल में जैसे मेरी सारी दुनिया खत्म हो गई। फिर पुलिस ने गली के सीसीटीवी फुटेज निकाले। उसमें साफ दिखा कि 26 की रात करीब 1:30 बजे एक काली थार गाड़ी सुमित को घर छोड़ने आई थी। लेकिन उसी थार में 27 की सुबह तीन बजे, मेरा बेटा दोबारा बैठता दिखा कि किसी से फोन पर बात करता हुआ। यही आखिरी फुटेज थी, जिसमें सुमित जिंदा दिखा। उसी थार को एक निजी अस्पताल के बाहर भी देखा गया।
वहां से दो युवक रौनक राणा और विशाल सुमित को लेकर पहुंचे थे। डॉक्टरों ने देखा, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। सुमित को मृत घोषित कर दिया गया। और रौनक-विशाल बहाना बनाकर वहां से भाग निकले। सुमित का कोई झगड़ा नहीं था। किसी से दुश्मनी नहीं थी। लेकिन उसी के दोस्त जिन्हें वो भाई मानता था, उन्होंने ही धोखा दे दिया। सबूत हैं। परिवार का कहना है कि पुलिस अब तक सिर्फ पूछताछ का नाम ले रही है। कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। हत्यारे खुलेआम घूम रहे हैं। और हम दर-दर भटक रहे हैं। बेटे की हत्या के आरोपी उसका दोस्त साहिल व उसकी मां सुदेश मलिक है। मैं सिर्फ इतना चाहती हूं कि हमें इंसाफ मिले। मेरा बेटा चला गया, लेकिन उसकी मौत यूं बेवजह, बेआवाज न रह जाए।
वही मृतक की बहन आरुषि ने बताया कि वह तीन भाई बहन थे लेकिन उनके एक भाई की उन्ही के दोस्तों ने हत्या कर दी क्योंकि मेरे भाई की किसी के साथ दुश्मनी नही थी वह अपने दोस्तों के साथ गया था जिसकी सीसीटीवी चार फुटेज आई है। पहला सीसीटीवी फुटेज में 27 की रात्रि करीब 1:23 मिनट पर हाथ में थैला लिए काले रंग की थार गाड़ी से सुमित उतरा और घर की तरफ आता हुआ दिखाई दिया। वहीं दूसरी सीसीटीवी फुटेज में उसी रात्रि अल-सुबह 3बजकर 4 मिनट पर टी-शर्ट व नीक्कर पहने और फोन पर बात करते हुए जाता हुआ दिखाई दिया।
तीसरे सीसीटीवी फुटेज में 27 जुलाई को सुबह करीब 9:42 मिनट पर काले रंग की थार गाड़ी में सुभाष रोड स्थित एक निजी अस्पताल पहुंचते है। जिसमें आरोपी साफ दिखाई दे रहे है कि उन्होंने मृतक सुमित को स्ट्रैचर पर लेटाया और फिर चेकअप के लिए अस्पताल के अंदर ले गए। चौथे सीसीटीवी फुटेज में उसी दिन दूसरे सीसीटीवी में दिखाई दिया कि 9:59 मिनट पर दोनों आरोपी अस्पताल से बाहर आए और फिर आपस में बात कर काले रंग की खड़ी थार गाड़ी में बैठकर जाते हुए दिखाई दिए। इस दौरान एक आरोपी फोन पर भी किसी से बात कर रहा था। वहीं इस मामले एवं पुलिस मीडिया से बचती नजर आ रही है।