नई दिल्ली : झारखंड के कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस नेता आलमगीर आलम विवादों में घिरे हुए हैं। मंत्री आलमगीर आलम के सचिव के घरेलू सहायक के रांची स्थित परिसर से जब्त 32.2 करोड़ रुपये की नकदी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को बड़ा आरोप लगाया। ईडी ने कहा कि बरामद की गई नकदी मंत्री से संबंधित है और उन्हें अपने विभाग में प्रत्येक टेंडर से 1.5 प्रतिशत का निश्चित कमीशन मिलता था।
सूत्रों के मुताबिक यह दावा तब किया जब उसने पाकुड़ के कांग्रेस नेता 74 वर्षीय आलम को विशेष धन शोधन निवारण अधिनियम प्रभात कुमार शर्मा की अदालत के समक्ष पेश किया, उन्हें एजेंसी ने बुधवार को गिरफ्तार किया था। अदालत ने उन्हें छह दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया। ईडी ने 6 मई को आलम के निजी सचिव संजीव कुमार लाल और उनके घरेलू सहायक जहांगीर आलम पर छापा मारा था और उनके नाम पर एक फ्लैट से कुल 32.2 करोड़ रुपये बरामद किए थे।
इस मामले में कुल 37.5 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गई है। ईडी ने मंत्री की रिमांड का अनुरोध करते हुए अदालत को बताया यह पता लगाया गया है कि जहांगीर आलम के नाम पर पंजीकृत फ्लैट से जब्त 32.2 करोड़ रुपये की नकदी आलमगीर आलम से संबंधित है और इसे जहांगीर ने संजीव कुमार लाल के निर्देश पर एकत्र किया था, जो आलमगीर आलम के लिए ऐसा कर रहे थे।
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