नई दिल्ली: कनाडा सरकार द्वारा लगातार नियमों में बदलाव किया जा रहे है। वहीं अब कनाडा सरकार द्वारा देश में अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण और कठोर नियम लागू किया है। बताया जा रहा है कि यह नियम छात्रों की निगरानी और वीजा प्रणाली की पारदर्शिता बढ़ाने के उद्देश्य से लागू किया गया है। ऐसे में अब 1 मई 2025 से कनाडा में पढ़ाई कर रहे विदेशी छात्रों को किसी भी नए शिक्षण संस्थान में स्थानांतरित होने से पहले नया अध्ययन परमिट लेना अनिवार्य कर दिया गया है। इस निर्णय का मकसद छात्रों के वीजा और अध्ययन से जुड़ी पारदर्शिता बढ़ाना है। कनाडा सरकार के इमिग्रेशन, रिफ्यूजीज़ एंड सिटिजनशिप कनाडा विभाग ने 8 नवंबर 2024 को एक अहम आदेश जारी किया था, जिसके अनुसार 1 मई 2025 से कोई भी अंतरराष्ट्रीय छात्र यदि कनाडा में स्कूल या कॉलेज बदलना चाहता है, तो उसे नया अध्ययन परमिट प्राप्त करना अनिवार्य होगा।
अब यह समय सीमा शुरू हो गई है। पहले छात्र केवल IRCC पोर्टल पर जानकारी अपडेट कर स्कूल बदल सकते थे, लेकिन अब नए नियमों के तहत बिना नया परमिट लिए स्कूल बदलना नियम उल्लंघन माना जाएगा। ऐसा करने पर अध्ययन परमिट रद्द हो सकता है या छात्र को कनाडा छोड़ना पड़ सकता है। जारी नियमों के अनुसार यदि किसी छात्र ने 1 जनवरी से 30 अप्रैल 2025 के बीच नया प्रवेश लिया है और उसने परमिट विस्तार के लिए आवेदन कर दिया है, तो वह पढ़ाई शुरू कर सकता है, भले ही उसके पुराने परमिट में नया DLI न हो। वहीं नए अध्ययन परमिट के लिए आवेदन करते समय आपको कई दस्तावेज़ जमा करने होंगे। नए कॉलेज या विश्वविद्यालय से स्वीकृति पत्र लेना होगा। इस दौरान व्याख्यात्मक पत्र में स्पष्ट किया जाए कि स्कूल क्यों बदला जा रहा है। अगर छात्र को-ऑप प्रोग्राम में है, तो उसे नए को-ऑप वर्क परमिट के लिए भी आवेदन करना होगा।
नियमों में हुए बदलाव के अनुसार अब तक, छात्र एक DLI से दूसरे DLI में स्थानांतरित होकर केवल अपने IRCC पोर्टल पर जानकारी अपडेट करके पढ़ाई शुरू कर सकते थे, मगर अब यदि कोई छात्र नया कॉलेज या यूनिवर्सिटी चुनता है तो उसे नए अध्ययन परमिट के लिए आवेदन करना होगा। तब तक पढ़ाई शुरू नहीं कर सकता, जब तक यह परमिट स्वीकृत न हो जाए। यदि छात्र बिना परमिट बदले DLI बदलते हैं, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। जैसे कि छात्र की नामांकन स्थिति रद्द हो सकती है। छात्र का अध्ययन परमिट रद्द या अमान्य हो सकता है। कनाडा में रहने की अनुमति खत्म हो सकती है। छात्र को देश छोड़ना पड़ सकता है या नई स्थिति के लिए आवेदन करना होगा। कनाडा में भारतीय मूल के लोगों की संख्या लगभग 28.75 लाख है। कनाडा में 2024 में भारतीय छात्रों की संख्या लगभग 6 लाख से अधिक थी, जो कि कनाडा में सभी अंतरराष्ट्रीय छात्रों का लगभग 41% है। हालांकि सन 2023 से 2024 के बीच भारतीय छात्रों की संख्या में 41% की गिरावट आई, जो 2,33,500 से घट कर 1,37,600 हो गई है।