धार्मिक स्थलों के विकास में श्रद्धालुओं की सुविधा के साथ-साथ स्थानीय वासियों की सुविधाओं व हितों का भी रखा जाएगा ख्याल – उपमुख्यमंत्री
ऊना/सुशील पंडित : हिमाचल प्रदेश सरकार धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कृत संकल्प है। इस कड़ी में सरकार के अधीन मंदिरों में व्यवस्था सुधारीकरण के साथ-साथ श्रद्धालुओं की सुविधाओं में निरंतर इजाफा किया जा रहा है। यह जानकारी उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने उत्तर भारत के प्रमुख धार्मिक स्थल माता चिंतपूर्णी मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना के उपरांत संवाददाताओं को संबोधित करते हुए दी। मुकेश अभिनेत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में माता चिंतपूर्णी, माता ज्वाला जी, माता चामुंडा, माता नैना देवी तथा बाबा बालक नाथ जैसे अनेक प्रमुख धार्मिक स्थल हैं जहां पर वर्ष भर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है। हिमाचल प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं की सुविधाजनक आवाजाही तथा इन स्थलों पर बेहतरीन सुविधाएं प्रदान करने की दृष्टिगत प्रदेश सरकार द्वारा अनेक सार्थक कदम उठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में दर्शन सेवा योजना के तहत हिमाचल प्रदेश के धार्मिक स्थलों से प्रदेश के भीतर तथा अन्य राज्यों के धार्मिक स्थलों के लिए भी लगभग 100 नए बस रूट आरंभ किए जा रहे हैं ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं के अलावा हिमाचल प्रदेश के श्रद्धालुओं को भी प्रदेश व प्रदेश के बाहर स्थित धार्मिक स्थलों में आने जाने की बेहतरीन सुविधा मिल सके।
मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि चिंतपूर्णी में एक मास्टर प्लान के तहत माता चिंतपूर्णी मंदिर तथा पर्यटक सुविधा परिसरों का निर्माण किया जा रहा है। इन कार्यों के लिए एक विश्व स्तरीय सलाहकार नियुक्त किया गया है ताकि इस क्षेत्र में श्रद्धालुओं तथा क्षेत्रवासियों की भविष्य की जरूरत के मध्य नजर परियोजनाओं को मूर्तरूप दिया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश के धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की सुविधा के मध्य नजर फैसले लिए जाएंगे तथा इस दौरान स्थानीय वासियों की सुविधाओं व हितों का भी ध्यान रखा जाएगा।
उन्होंने बताया कि माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर प्रशासन द्वारा हाल ही के दिनों में शुरू की गई सुगम दर्शन सुविधा को अब और सुगम बना दिया गया है जिसके तहत अब सुगम दर्शन सुविधा का लाभ लेने के इच्छुक श्रद्धालु घर बैठे ही ूूू-उंजंेीतपबीपदजचनतदप-बवउ पर जाकर इस सुविधा को बुक करवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रथम नवरात्र से सुगम दर्शन सुविधा को ऑनलाइन आरंभ कर दिया गया है जिसके तहत प्रतिदिन 350 लोगों को ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा दी जा रही है जबकि 150 लोगों को भौतिक बुकिंग के माध्यम से इस सुविधा का लाभ प्रदान किया जा रहा है। इस प्रकार प्रतिदिन केबल 500 लोगों को ही सुगम दर्शन सुविधा के माध्यम से चिंतपूर्णी मंदिर में दर्शन करवाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि चिंतपूर्णी मंदिर प्रशासन द्वारा सुगम दर्शन सुविधा के तहत 1100 रूपए की दर से पांच लोगों तक के समूह को लिफ्ट द्वारा दर्शन सुविधा प्रदान करने के साथ-साथ बाबा माई दास सदन से लिफ्ट तक ई वाहन द्वारा आने व जाने की सुविधा भी प्रदान की जा रही है। इसके अलावा दिव्यांगों, 65 वर्ष से ऊपर की आयु के वरिष्ठ नागरिकों तथा अस्वस्थ व्यक्तियों के लिए यह सुविधा निशुल्क प्रदान की जा रही है उनके साथ जाने वाले एक व्यक्ति से केवल 50 रुपए लिए जाते हैं।
मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि चिंतपूर्णी मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अब वर्चुअल दर्शन की सुविधा भी आरंभ की गई है। श्रद्धालु लिफ्ट काम्प्लेक्स के पास लगे कियोस्क पर जाकर वर्चुअल रियलिटी हैडसेट के माध्यम से मंदिर के प्रतिदिन के सभी कार्यकलापों को एक 3डी फ़िल्म के माध्यम से देख सकते हैं जिसके लिए 101 रुपए शुल्क निर्धारित किया गया है। इस 7 मिनट की फ़िल्म में माता की आरती, भोग, कन्या पूजन, हवन इत्यादि के बारे में संपूर्ण जानकारी उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर वर्चुअल दर्शन की सुविधा देने वाला हिमाचल प्रदेश का पहला मंदिर है। तीसरे नवरात्रि से शुरू की गई इस सुविधा के आरंभ में वीआरबी बॉक्स के माध्यम से एक समय में दो श्रद्धालुओं को यह सुविधा प्रदान की जा रही है तथा भविष्य में इसकी मांग को देखते हुए इसे बाबा माईदास सदन, यात्री निवास, तथा माधो का टीला इत्यादि अतिरिक्त स्थानों पर भी आरंभ करने पर विचार किया जाएगा है। इस अवसर पर एसडीएम अंब विवेक महाजन, मंदिर अधिकारी चिंतपूर्णी अजय सिंह तथा अन्य गनमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
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