नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर इन दिनों अफ्रीकी देश बुर्किना फासो के राष्ट्रपति का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वो भारत के साथ 14 अरब की डील की घोषणा करते हुए और अमेरिका और पश्चिमी देशों खासतौर पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर निशाना साधते हुए नजर आ रहे हैं। इस वीडियो के वायरल होने के बाद लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दिखाते हुए नजर आ रहे हैं। जांच में यह पता चला है कि यह वीडियो असली नहीं है बल्कि इसको एआई के साथ मनाया गया है और यह डीपफेक है। क्लिप में राष्ट्रपति इब्राहिम यह कहते हुए दिख रहे हैं कि जब भारत ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए थे तो दुनिया हैरान ही रह गई परंतु हम नहीं हमने इस दिन के लिए तैयारी नहीं की थी।
आगे उन्होंने कहा कि – ‘पश्चिमी देश और अमेरिका कॉन्ट्रैक्ट के नाम पर जंजीरें लेकर आए हैं। वे टैक्स लगाकर हमारा अनाज सस्ते में लेना चाहते थे। ये साझेदारी नहीं शोषण था। वीडियो में आगे वो भारत की तारीफ करते हुए भी दिखे। उन्होंने कहा कि बुर्किना फासो को नकद राशि के साथ तकनीक, सिंचाई और भंडारण सुविधाएं देने का वादा किया और उनकी संप्रभुता का सम्मान किया’।
99.99 % of people who have RTed this FAKE & AI-generated video will fail to point out where Burkin Faso is on the Africa map 🤣 ! https://t.co/uoBbCBZg9p
— Kumar Manish (@kumarmanish9) September 7, 2025
वायरल वीडियो की सच्चाई
जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो कई यूजर्स ने इसको डीपफेक बताया है। बाद में प्लेटफॉर्म पर इस पोस्ट के साथ एक कम्युनिटी नोट भी जोड़ा गया है। इस नोट में यह साफ-साफ लिखा गया है कि – ‘यह वीडियो पूरी तरह से झूठा और भ्रामक है इसके दावे मनगढ़ंत है इसे एक कंटेंट क्रिएटर ने सिर्फ मनोरंजन के लिए बनाया है’।
एआई ने बढ़ाया खतरा
एआई और डीपफेक टेक्नोलॉजी के चलते अब किसी भी नेता, सेलिब्रिटी या आम इंसान का नकली वीडियो आसानी से बन सकता है। ऐसे वीडियो देखने वालों को भले ही असली लगेगा पर सच्चाई कुछ और है। ऐसे डीपफेक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होते हैं।