पंचकूलाः भारत बंद की कॉल को लेकर जिला सचिवालय में आज एससी-एसटी समाज व बहुजन समाज पार्टी वर्ग द्वारा डीसी ऑफिस पहुंचकर प्रदर्शन किया गया। इस दौरान पार्टी के सदस्यों ने जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। बता दें कि 1 अगस्त 2024 को सुप्रीम कोर्ट द्वारा देश के करोडों एससी-एसटी वर्ग के लोगों के खिलाफ दिए गए वर्गीकरण एवं क्रीमी लेयर के फैसले का बसपा राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने खुला विरोध किया था।
इस दौरान उन्होंने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिया गया फैसला देश के तमाम एससी एसटी वर्ग के लोगों के लिए आपातकाल के समान है। उन्होंने कहा कि समय-समय पर एससी- एसटी वर्ग के हितों के साथ कुठाराघात होता रहा है। देश की आजादी के 75 साल बाद भी दलित समाज के साथ जातीय आधार पर भेदभाव खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि आज भी नौकरियों में इनका बैकलॉग खाली पड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए वह संसद में कानून बनाकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश को निष्प्रभावी बनाये व आरक्षण को संविधान की नौवी अनुसूची में डालकर एससी एसटी वर्ग के हितों को सुरक्षित करें।
मामले की जानकारी देते हुए बहुजन समाज प्रत्याशी पवन रंधावा ने बताया कि बहुजन समाज पार्टी में वर्गीकरण करने और इसे खत्म करने का काम किया है। जिसको लेकर राष्ट्रपति के नाम आज उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा गया है। इस आरक्षण के मुद्दे को लेकर हरियाणा भर में बहुजन समाज पार्टी कार्य कर रही है। इसके साथ उन्होंने कहा कि क्रीमीलेयर को लेकर मुख्यमंत्री हरियाणा नायब सैनी ने समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के अंदर हम क्रीमीलेयर को लागू करेंगे। उन्होंने कहा कि क्रीमी लेयर को लेकर अभी तो हमारा एक छोटा सा प्रदर्शन है और हम मुख्यमंत्री नायब सैनी को बता देना चाहते हैं कि यदि वर्गीकरण की बात आई तो हम सड़कों पर उतरेंगे और प्रदर्शन करेंगे।