जालंधर, 30 अक्टूबर 2024: स्वास्थ्य आपातकाल और दुर्घटनाओं में जान बचाने के उद्देश्य से, जालंधर जिला प्रशासन ने जिला रेड क्रॉस सोसाइटी के सहयोग से मंगलवार को ‘चेतना’ प्रोजेक्ट की शुरुआत की। इस पहल के अंतर्गत विभिन्न स्कूलों के लगभग 400 छात्रों और 30 से अधिक शिक्षकों को विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा जीवन रक्षा के कौशलों का एक दिन का प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रोजेक्ट पंजाब में अपनी तरह का पहला है, जो जिले भर के स्कूलों में जीवन रक्षक प्रशिक्षण प्रदान करेगा।
प्रोजेक्ट के शुभारंभ के अवसर पर रेड क्रॉस भवन में आयोजित कार्यक्रम में डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि इसका उद्देश्य छात्रों को आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित और प्रभावी रूप से कार्य करने के लिए तैयार करना है। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने कम से कम 10,000 स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा है, ताकि दुर्घटनाओं में समय रहते प्राथमिक चिकित्सा देकर लोगों की जान बचाई जा सके।
डॉ. अग्रवाल ने कहा, “प्राथमिक चिकित्सा जीवन और मृत्यु के बीच के अंतर को बना सकती है। हमें यह सुनिश्चित करना है कि अधिक से अधिक लोग इस कौशल में प्रशिक्षित हों और जरूरत पड़ने पर इसे लागू कर सकें।” उन्होंने आगे बताया कि आज प्रशिक्षित किए गए छात्र और शिक्षक अपने-अपने स्कूलों में जाकर अन्य छात्रों को भी इन कौशलों में प्रशिक्षित करेंगे।
इस प्रशिक्षण में कक्षा 10 और 12 के दो निजी और 25 सरकारी स्कूलों के 14 वर्ष से अधिक आयु के छात्रों को मास्टर ट्रेनर डॉ. चश्मा मित्रा ने ट्रेनिंग दी। इस दौरान, डमी के माध्यम से छात्रों को प्राथमिक चिकित्सा कौशल सिखाए गए, जैसे हृदयाघात, न्यूरोलॉजिकल शॉक, मिर्गी, सड़क दुर्घटनाएं, रक्तस्राव, सांप और कुत्ते के काटने, डूबने और जलने की स्थिति में क्या करना चाहिए। इसके अतिरिक्त, एक प्रशिक्षण वीडियो भी जारी किया गया, जिससे छात्रों को इन परिस्थितियों में प्राथमिक चिकित्सा के महत्व को समझाया गया।
डॉ. अग्रवाल ने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा, “किसी की जान बचाने से बड़ा कोई धर्म नहीं है। आपातकाल के पहले कुछ क्षणों में सही और त्वरित कार्रवाई किसी की जिंदगी बचा सकती है।” प्रशासन ने यह भी घोषणा की कि उन लोगों को सम्मानित किया जाएगा जिन्हें ‘चेतना हीरोज’ के रूप में जीवन रक्षक कौशल के लिए पहचाना जाएगा।
इस कार्यक्रम के दौरान छात्रों को मतदाता पंजीकरण के प्रति जागरूक भी किया गया। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. गुरमीत लाल, डॉ. राकेश चोपड़ा, रेड क्रॉस सोसाइटी के सचिव इंद्रदेव सिंह मिन्हास, प्रिंसिपल तजिंदर सिंह, अशोक सहोता और कंप्यूटर सेंटर प्रभारी राकेश कुमार भी उपस्थित थे।