- Advertisement -
spot_imgspot_img
HomeBeer पीने के शौकीन हो जाए सावधान! Liver हो सकता है Damage

Beer पीने के शौकीन हो जाए सावधान! Liver हो सकता है Damage

हेल्थ टिप्सः बड़ी संख्या में लोग रोजाना बीयर की 1-2 केन पीना पसंद करते हैं और मानते हैं कि इससे उनकी सेहत पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता है। कई लोग तो रोजाना बीयर की कई केन पी जाते हैं। कई लोगों को लगता है कि बीयर पीना शराब से ज्यादा बेहतर है और इससे सेहत को नुकसान नहीं होता है। आमतौर पर बीयर में 4 से 5% अल्कोहल होता है, लेकिन कई ब्रांड्स की बीयर में शराब के बराबर अल्कोहल होता है। अब सवाल है कि एक दिन में कितनी बीयर पीना सेफ है?

एक रिपोर्ट के अनुसार जब अल्कोहल लिवर में पहुंचता है, तो लिवर इसे फिल्टर करता है. इस दौरान लिवर की कुछ सेल्स डैमेज हो जाती हैं। लिवर में नई सेल्स डेवलप करने की क्षमता होती है। जिसकी वजह से कुछ समय बाद नई सेल्स बन जाती हैं, लेकिन लगातार अल्कोहल का ज्यादा मात्रा में सेवन किया जाए, तो इससे लिवर की नई सेल्स बनाने की क्षमता कम हो जाती है और लिवर डैमेज होने लगता है। अल्कोहल से लिवर की कई बीमारियां हो जाती हैं।

बीयर में शराब के मुकाबले अल्कोहल कम होता है, लेकिन हमारे शरीर के लिए अल्कोहल की किसी मात्रा को सुरक्षित नहीं माना जा सकता है। खासतौर से लिवर के लिए बीयर पीना अच्छा नहीं माना जाता है। जिन लोगों को लिवर से जुड़ी समस्याएं हैं, उन्हें बीयर भी नहीं पीनी चाहिए। ज्यादा मात्रा में बीयर पीने से डायबिटीज के मरीजों को ब्लड शुगर फ्लक्चुएशन की समस्या हो सकती है और इससे पेट से जुड़ी कई परेशानियां पैदा हो सकती हैं। बीयर को सेहत के लिए फायदेमंद नहीं माना जा सकता है। लोगों को बीयर से भी बचना चाहिए।

WHO की रिपोर्ट बताती है कि शरीर के लिए एक बूंद अल्कोहल को सुरक्षित नहीं माना जा सकता है। अल्कोहल की पहली बूंद से कैंसर जैसी घातक बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। शराब और बीयर में अल्कोहल मिलाया जाता है, जो एक टॉक्सिक पदार्थ है और यह सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचाता है।

Disclaimer

All news on Encounter India are computer generated and provided by third party sources, so read and verify carefully. Encounter India will not be responsible for any issues.

- Advertisement -

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Must Read

- Advertisement -

You cannot copy content of this page