नई दिल्लीः जी-20 के एजेंडे सहित अन्य विदेशी मामलों को लेकर विदेश मंत्री एस. जयशंकर की अध्यक्षता में आज सलाहकार समिति की बैठक बुलाई गई थी। बैठक के दौरान भाजपा सांसद और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बीच किसी बात को लेकर बहस हो गई। बहस इतनी बढ़ गई कि केंद्रीय मंत्री एस जयशंकर को दोनों के बीच दखल देना पड़ गया। केंद्रीय मंत्री की दखल के बाद ही दोनों के बीच बहस शांत हुई। मिली जानकारी के भाजपा सांसद महेश जेठमलानी ने इस मीटिंग में गौतम अडानी पर आई हिंडनबर्ग रिपोर्ट, जॉर्ज सोरोस के भारतीय लोकतंत्र पर बयान और पीएम नरेंद्र मोदी पर बीबीसी की डॉक्युमेंट्री का मुद्दा उठाया।
यही नहीं राहुल गांधी का नाम लिए बिना ही नरसिम्हा राव ने कहा कि कुछ लोग कुछ चीजें बोलते हैं… लेकिन भारतीय लोकतंत्र पर असली धब्बा तो आपातकाल था। इस पर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र जितना मजबूत था, उतना ही है। किसी के कुछ कहने या फिर डॉक्युमेंट्री से उसे प्रभावित नहीं होना चाहिए। इस बीच राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा सांसदों के सवालों का मैं जवाब देना चाहता हूं। वह जवाब देने के लिए व्यग्र नजर आए। हालांकि मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे एस. जयशंकर ने कहा कि आप अपने बयान को संसद के लिए रखें। वहीं राहुल गांधी कहते रहे कि मुझे यहां भी बोलने का मौका मिलना चाहिए।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने मीटिंग के दौरान कहा कि भारतीय लोकतंत्र पर हमला हो रहा है, यह बात सही है। लेकिन मैंने इस मामले में विदेशी हस्तक्षेप की मांग नहीं की है। उन्होंने यह भी कहा कि क्या यह सच नहीं है कि ईडी की ओर से विपक्ष के नेताओं को टारगेट किया जा रहा है। इस बहस के बीच भाजपा के नामित सांसद महेश जेठमलानी ने दखल दिया और राहुल गांधी से कहा कि यह मीटिंग तो जी-20 के एजेंडे के लिए है। ऐसे में इसे मुद्दे से भटकाना नहीं चाहिए। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि मैंने नहीं बल्कि भाजपा के सांसदों ने ही दूसरा मुद्दा इस मीटिंग में छेड़ दिया।
Disclaimer: All news on Encounter India are computer generated and provided by third party sources, so read carefully and Encounter India will not be responsible for any issue.