कहा, संविधान के शिल्पकार को भाजपा ने दिया सम्मान, कांग्रेस सरकारों ने कई बार संविधान में की छेड़छाड़
ऊना/ सुशील पंडित: भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्य तिथि पर कुटलैहड़ भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक दविंदर भुट्टो ने उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर न केवल भारतीय संविधान के शिल्पकार थे, बल्कि सामाजिक न्याय, समानता, मानवाधिकार और लोकतांत्रिक मूल्यों के विश्व प्रणेता भी थे। दविंदर भुट्टो ने मोदी सरकार की ओर से डॉ. अंबेडकर के प्रति दिखाए जा रहे सम्मान का उल्लेख करते हुए कहा कि भाजपा ने हमेशा बाबा साहब को राष्ट्रनिर्माण के सर्वोच्च स्तंभ के रूप में माना है।दविंदर भुट्टो ने आरोप लगाया कि पूर्व की कांग्रेस सरकारों ने कई बार संविधान में मनमानी संशोधन कर मूल भावना से छेड़छाड़ की।
उनके अनुसार कांग्रेस सरकारों ने अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए संविधान में 11 बार ऐसे परिवर्तन किए, जो बाबा साहब की सोच के विरुद्ध थे। इसके उलट भाजपा सरकार ने संविधान की मर्यादा उसकी मूल आत्मा और डॉ. अंबेडकर के विचारों को संरक्षित रखने का काम किया है। उन्होंने कहा कि आज देश सामाजिक न्याय के जिस मार्ग पर चल रहा है, उसके केंद्र में अम्बेडकर की विचारधारा ही है।
दविंदर भुट्टो ने कहा कि स्वतंत्र भारत संविधान निर्माण में डॉ अंबेडकर की भूमिका ऐतिहासिक रही। 29 अगस्त 1947 को उन्हें संविधान मसौदा समिति का अध्यक्ष बनाया गया। उन्होंने समस्त समाज, धर्म, जाति और वर्ग को समान नागरिक अधिकार देने वाले आधुनिक और प्रगतिशील संविधान का निर्माण किया। भुट्टो ने कहा कि अंबेडकर की पुण्यतिथि केवल श्रद्धांजलि का अवसर नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय और समानता के लिए समर्पित होने का दिन है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकारें बाबा साहब के दिखाए मार्ग पर चलते हुए समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास और अधिकारों का लाभ पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने कहा कि अंबेडकर का जीवन हमें संघर्ष, आत्मसम्मान, शिक्षा और समानता का संदेश देता है। जब तक भारत में कोई भी व्यक्ति सामाजिक या आर्थिक रूप से वंचित है, तब तक अंबेडकर के मिशन को पूरा करने की जिम्मेदारी हम सबकी है।