मानसाः जेलों में नशे के मामलों को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर निशाने साध रहा है। हालांकि पंजाब सरकार इन दावों को खारिज कर रही है और कह रही है कि जेलों में नशे को लेकर सख्ती से कार्रवाई की जा रही है। वहीं हाल ही में मानसा जेल से रिहा कैदी सुभाष कुमार अरोड़ा ने जेल में नशे और मोबाइल के इस्तेमाल बारे मीडिया में खुलासा किया था। उसने बताया था कि जेल में बंद रसूखदार और आर्थिक तौर पर मजबूत कैदी जेल अधिकारियों को पैसे देकर नशे समेत हर तरह की सुविधा लेते हैं। उसने जेल में मोबाइल की बेझिझक होते इस्तेमाल बारे भी अहम जानकारी दी थी। जिसके बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया और पंजाब के एडीजीपी जेल अरुण पाल सिंह ने मानसा जेल के 2 सुपरिंटेंडेंट समेत 6 वार्डरों को सस्पेंड किया है।
सस्पेंड होने वालों में सहायक सुपरिंटेंडेंट जेल मानसा भिवम तेज सिंगला, सहायक सुपरिंटेंडेंट कुलजीत सिंह समेत वार्डर निरमल सिंह, हरप्रीत सिंह, सुखवंत सिंह और हरप्रीत सिंह बेल्ट नंबर 1405 शामिल हैं। दरअसल, मानसा जेल से रिहा हुए कैदी सुभाष कुमार उर्फ सुभाष अरोड़ा द्वारा टीवी चैनलों को दी गई इंटरव्यू में लगाए आरोपों की पड़ताल DIG जेल (हेडक्वार्टर) द्वारा की गई। इसके बाद उक्त जेल के सहायक सुपरिंटेंडेंट समेत वार्डरों पर कार्रवाई की गई। गौरतलब है कि इससे पहले भी पंजाब की जेलों से कैदी नशा और अन्य सामान पहुंचने के वीडियो समेत मोबाइल इस्तेमाल के वीडियो भी वायरल होते रहे हैं। हालही में संगरूर जेल में बंद गैंगस्टर आमना का वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में वह अपने बैरक से जेबों में हाथ डालकर बेरोक-टोक आगे बढ़ता दिखाई दिया था।